"इन्स्पेक्टर विक्रमसिंह एक जूनून के हवाले था । वो एक मिशन के हवाले था । पुलिस की नौकरी जैसे उसका जूनून था, पुलिस की प्रतिष्ठा पर आंच न आने देना उसका मिशन था । और फिर पुलिस के नंबर, 100, को जहांगीरी घंटा मानने वाले उस अक्खड़ इन्स्पेक्टर का टकराव एक ऐसे खूंखार और खतरनाक अपराधी से हुआ जो जेंटलमैन किलर के नाम से जाना जाता था! ये उपन्यास पहली बार ऑडियो में उपलब्ध है! "
Müsteeriumid ja põnevusromaanid