Kshan Kshan Ayushya

· Storyside IN · Aniruddha Dadke ଦ୍ଵାରା ବର୍ଣ୍ଣନା କରାଯାଇଛି
ଅଡିଓବୁକ୍
2 ଘ. 19 ମି.
ଅସଂକ୍ଷିପ୍ତ ଅଟେ
ଯୋଗ୍ୟ
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ଏହି ଅଡିଓବୁକ୍ ବିଷୟରେ

जिंदगीच्या उकिरड्यावर फेकून दिलेले एक अनाथ पोर झोपडपट्टीतला 'मांजादादा' उचलतो. लहानाचा मोठा करतो. स्वत: कफल्लक असूनही स्वत:ची पतंग आणि मांजा बनवण्याची विद्या त्याला देतो आणि असाच एके दिवशी आयुष्यातून वजा होतो. पुढे 'कवट्या' कोळ्याबरोबर त्याची बाचाबाची होती, आणि दुसर्‍याच दिवशी त्याला कवट्याच्या खुनाच्या आरोपात पोलीस उचलतात. स्वत:च्या बदली आणि प्रमोशनच्या चक्करमध्ये असलेला पोलीस त्याच्यामागे खुनी शोधायचे लचांड लावून देतो. याची उडते झोप... महिन्याच्या आत खुनी कोण आहे शोधून साहेबाला क्रेडिट द्यायच्या नादात याच्याच आयुष्याचा पतंग कोणीतरी दुसरीच व्यक्ती काटायच्या मागे लागते. हा कसा घेणार तपास? खुनी शोधायच्या मार्गात आलेल्या अडथळ्यांमुळे हाच तर अजून आत- आत कोळ्याच्या जाळ्याप्रमाणे गुंतणार तर नाही ना? पोलिसांचा याच्यावरचा संशय अजूनच बळकट होणार नाही हे कशावरून? आणि या सगळ्यातच स्वत:च्याच आयुष्याचे क्षण- क्षण टांगणीला टाकून हा कसा शोधणार खुनी? जाणून घ्या एका भन्नाट कहाणीची कहाणी... सुहास शिरवळकरांची 'क्षण- क्षण आयुष्य'!!! ऐका आजच स्टोरीटेलवर!!!

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