भारत के सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान माने जाने वाले ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित मलयालम के शीर्षस्थ लेखक और फ़िल्मकार एम.टी. वासुदेवन नायर की कहानियों का यह संचयन एक गहरा कलात्मक अनुभव और मानवीय सम्बन्धों की बारीकियों का अनूठा उत्खनन है. शीर्षक कहानी एक अध्यापक और उसके शिष्य के कई बरसों में फैले सम्बंध का एक मार्मिक चित्रण है.