Markus Barth, Sagt wer?

· WortArt · Markus Barth की आवाज़ में
ऑडियो बुक
1घंटा 35 मिनट
ज़्यादा शब्दों में
योग्य
रेटिंग और समीक्षाओं की पुष्टि नहीं हुई है  ज़्यादा जानें
क्या 4 मिनट के लिए आज़माने में आपकी दिलचस्पी है? कभी भी सुनें, चाहे आप ऑफ़लाइन ही क्यों न हों 
जोड़ें

इस ऑडियो बुक के बारे में जानकारी

Lustig und schlau - das muss ja kein Widerspruch sein: Markus Barth denkt nun mal gerne nach. Und so macht er auch in seinem neuen Stand-up-Programm das, was er am besten kann: lieb gewonnene Überzeugungen vom Sockel hauen und reihenweise Ausrufe- durch Fragezeichen ersetzen. Macht noch mehr Konsum mein Leben schöner oder nur voller? Muss ich zu jedem Thema eine Meinung haben - und wenn ja, wie schnell? Wenn Computer uns wirklich die Arbeit abnehmen - warum machen wir dann nicht schon mittags Feierabend? Und wenn ich mit meiner Augencreme abrutsche - kann ich dann mit den Ohren blinzeln?

इस ऑडियो बुक को रेटिंग दें

हमें अपनी राय बताएं.

जानकारी को सुनना

स्मार्टफ़ोन और टैबलेट
Android और iPad/iPhone के लिए Google Play किताबें ऐप्लिकेशन इंस्टॉल करें. यह आपके खाते के साथ अपने आप सिंक हो जाता है और आपको कहीं भी ऑनलाइन या ऑफ़लाइन पढ़ने की सुविधा देता है.
लैपटॉप और कंप्यूटर
आप अपने कंप्‍यूटर के वेब ब्राउज़र का उपयोग करके Google Play पर खरीदी गईं पुस्‍तकें पढ़ सकते हैं.