Panchatantra Ki Parsidh Kahaniya – Audiobook: Panchatantra Ki Parsidh Kahaniya: Timeless Tales from the Panchatantra

· Prabhat Prakashan · AI ບັນຍາຍໂດຍ Prashanth (ຈາກ Google)
5,0
3 ຄຳຕິຊົມ
ປຶ້ມສຽງ
42 ນາທີ
ສະບັບເຕັມ
ບັນຍາຍໂດຍ AI
ບໍ່ໄດ້ຢັ້ງຢືນການຈັດອັນດັບ ແລະ ຄຳຕິຊົມ ສຶກສາເພີ່ມເຕີມ
ຕ້ອງການຕົວຢ່າງ 4 ນາທີ ບໍ? ຟັງໄດ້ທຸກເວລາ, ເຖິງແມ່ນໃນເວລາອອບລາຍຢູ່ກໍຕາມ. 
ເພີ່ມ

ກ່ຽວກັບປຶ້ມອ່ານອອກສຽງ

पंचतंत्र की कहानियों की रचना आज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व भारत के दक्षिण में स्थित तत्कालीन महिलारोप्य नामक नगर में राजा अमरशक्ति के शासनकाल में हुई। राजा अमरशक्ति ने अपने तीन मूर्ख और अहंकारी पुत्रों— बहुशक्ति; उग्रशक्ति और अनंतशक्ति के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी सर्वशास्त्रों के ज्ञाता और कुशल ब्राह्मण पंडित विष्णु शर्मा को सौंपी।

राजकुमारों को व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित करने के लिए पंडित विष्णु शर्मा ने नीतिशास्त्र से संबंधित कथाएँ उन्हें सुनाईं। इन कथाओं में पात्रों के रूप में उन्होंने पशु-पक्षियों का वर्णन किया और अपने विचारों को कथारूप में मुख से व्यक्त कर राजकुमारों को उचित-अनुचित आदि का ज्ञान दिया व व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित किया।

राजकुमारों का शिक्षण पूरा होने पर पंडित विष्णु शर्मा ने इन कहानियों को पंचतंत्र की प्रेरक कहानियों के रूप में संकलित किया। आज भी इन अमर कथाओं की प्रासंगिकता जस-की-तस बनी हुई है। इनके अध्ययन और अनुकरण द्वारा निश्चित ही नीतिशास्त्र में निपुण हुआ जा सकता है; इसमें जरा भी संदेह नहीं है।

हर आयु के पाठकों के लिए पठनीय; संग्रणीय और अनुकरणीय पुस्तक।पंचतंत्र की कहानियों की रचना आज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व भारत के दक्षिण में स्थित तत्कालीन महिलारोप्य नामक नगर में राजा अमरशक्ति के शासनकाल में हुई। राजा अमरशक्ति ने अपने तीन मूर्ख और अहंकारी पुत्रों— बहुशक्ति; उग्रशक्ति और अनंतशक्ति के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी सर्वशास्त्रों के ज्ञाता और कुशल ब्राह्मण पंडित विष्णु शर्मा को सौंपी।

राजकुमारों को व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित करने के लिए पंडित विष्णु शर्मा ने नीतिशास्त्र से संबंधित कथाएँ उन्हें सुनाईं। इन कथाओं में पात्रों के रूप में उन्होंने पशु-पक्षियों का वर्णन किया और अपने विचारों को कथारूप में मुख से व्यक्त कर राजकुमारों को उचित-अनुचित आदि का ज्ञान दिया व व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित किया।

राजकुमारों का शिक्षण पूरा होने पर पंडित विष्णु शर्मा ने इन कहानियों को पंचतंत्र की प्रेरक कहानियों के रूप में संकलित किया। आज भी इन अमर कथाओं की प्रासंगिकता जस-की-तस बनी हुई है। इनके अध्ययन और अनुकरण द्वारा निश्चित ही नीतिशास्त्र में निपुण हुआ जा सकता है; इसमें जरा भी संदेह नहीं है।

हर आयु के पाठकों के लिए पठनीय; संग्रणीय और अनुकरणीय पुस्तक।

Panchatantra Ki Parsidh Kahaniya by Sharma, Mahesh Dutt: This book provides a collection of popular stories from Panchatantra, an ancient Indian collection of fables and moral stories. With its focus on Indian literature and culture, "Panchatantra Ki Parsidh Kahaniya" is a must-read for anyone interested in Indian storytelling and wisdom.

Key Aspects of the Book "Panchatantra Ki Parsidh Kahaniya":
Indian Literature and Culture: The book offers insights into Indian literature and culture, showcasing the unique storytelling tradition of India.
Moral Stories and Fables: The book provides a range of moral stories and fables, showcasing the enduring relevance of their lessons and principles in modern life.
Practical Wisdom: The book provides practical wisdom and advice, making it easy for readers to apply the lessons of the stories to their own lives.

Sharma, Mahesh Dutt is a writer and translator who has translated several ancient Indian texts into modern languages. "Panchatantra Ki Parsidh Kahaniya" is one of his popular works.

ການຈັດອັນດັບ ແລະ ຄຳຕິຊົມ

5,0
3 ຄຳຕິຊົມ

ໃຫ້ຄະແນນປຶ້ມສຽງນີ້

ບອກພວກເຮົາວ່າທ່ານຄິດແນວໃດ.

ຂໍ້ມູນການຟັງ

ສະມາດໂຟນ ແລະ ແທັບເລັດ
ຕິດຕັ້ງ ແອັບ Google Play Books ສຳລັບ Android ແລະ iPad/iPhone. ມັນຊິ້ງຂໍ້ມູນໂດຍອັດຕະໂນມັດກັບບັນຊີຂອງທ່ານ ແລະ ອະນຸຍາດໃຫ້ທ່ານອ່ານທາງອອນລາຍ ຫຼື ແບບອອບລາຍໄດ້ ບໍ່ວ່າທ່ານຈະຢູ່ໃສ.
ແລັບທັອບ ແລະ ຄອມພິວເຕີ
ທ່ານສາມາດອ່ານປຶ້ມທີ່ຊື້ຜ່ານ Google Play ໂດຍໃຊ້ໂປຣແກຣມທ່ອງເວັບຂອງຄອມພິວເຕີໄດ້.

ເພີ່ມເຕີມຈາກ Mahesh Dutt Sharma

ປຶ້ມອ່ານອອກສຽງທີ່ຄ້າຍຄືກັນ

ບັນຍາຍໂດຍ Prashanth