Panchatantra Ki Shandaar Kahaniya – Audiobook: Panchatantra Ki Shandaar Kahaniya: Splendid Stories from the Panchatantra

· Prabhat Prakashan · AI-oplæst af Mason (fra Google)
Lydbog
52 min.
Uforkortet
Oplæst af AI
Bedømmelser og anmeldelser verificeres ikke  Få flere oplysninger
Vil du have en smagsprøve på 5 min.? Lyt, når det passer dig – selv hvis du er offline. 
Tilføj

Om denne lydbog

पंचतंत्र की कहानियों की रचना आज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व भारत के दक्षिण में स्थित तत्कालीन महिलारोप्य नामक नगर में राजा अमरशक्ति के शासनकाल में हुई। राजा अमरशक्ति ने अपने तीन मूर्ख और अहंकारी पुत्रों— बहुशक्ति; उग्रशक्ति और अनंतशक्ति के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी सर्वशास्त्रों के ज्ञाता और कुशल ब्राह्मण पंडित विष्णु शर्मा को सौंपी।

राजकुमारों को व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित करने के लिए पंडित विष्णु शर्मा ने नीतिशास्त्र से संबंधित कथाएँ उन्हें सुनाईं। इन कथाओं में पात्रों के रूप में उन्होंने पशु-पक्षियों का वर्णन किया और अपने विचारों को कथारूप में मुख से व्यक्त कर राजकुमारों को उचित-अनुचित आदि का ज्ञान दिया व व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित किया।

राजकुमारों का शिक्षण पूरा होने पर पंडित विष्णु शर्मा ने इन कहानियों को पंचतंत्र की प्रेरक कहानियों के रूप में संकलित किया। आज भी इन अमर कथाओं की प्रासंगिकता जस-की-तस बनी हुई है। इनके अध्ययन और अनुकरण द्वारा निश्चित ही नीतिशास्त्र में निपुण हुआ जा सकता है; इसमें जरा भी संदेह नहीं है।

हर आयु के पाठकों के लिए पठनीय; संग्रणीय और अनुकरणीय पुस्तक।
पंचतंत्र की कहानियों की रचना आज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व भारत के दक्षिण में स्थित तत्कालीन महिलारोप्य नामक नगर में राजा अमरशक्ति के शासनकाल में हुई। राजा अमरशक्ति ने अपने तीन मूर्ख और अहंकारी पुत्रों— बहुशक्ति; उग्रशक्ति और अनंतशक्ति के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी सर्वशास्त्रों के ज्ञाता और कुशल ब्राह्मण पंडित विष्णु शर्मा को सौंपी।

राजकुमारों को व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित करने के लिए पंडित विष्णु शर्मा ने नीतिशास्त्र से संबंधित कथाएँ उन्हें सुनाईं। इन कथाओं में पात्रों के रूप में उन्होंने पशु-पक्षियों का वर्णन किया और अपने विचारों को कथारूप में मुख से व्यक्त कर राजकुमारों को उचित-अनुचित आदि का ज्ञान दिया व व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षित किया।

राजकुमारों का शिक्षण पूरा होने पर पंडित विष्णु शर्मा ने इन कहानियों को पंचतंत्र की प्रेरक कहानियों के रूप में संकलित किया। आज भी इन अमर कथाओं की प्रासंगिकता जस-की-तस बनी हुई है। इनके अध्ययन और अनुकरण द्वारा निश्चित ही नीतिशास्त्र में निपुण हुआ जा सकता है; इसमें जरा भी संदेह नहीं है।

हर आयु के पाठकों के लिए पठनीय; संग्रणीय और अनुकरणीय पुस्तक।

Panchatantra Ki Shandaar Kahaniya by Mahesh Dutt Sharma: This book provides a collection of stories from the Panchatantra, an ancient Indian collection of animal fables and moral tales. With its focus on Indian culture and spirituality, "Panchatantra Ki Shandaar Kahaniya" is a must-read for anyone interested in the cultural heritage of India.

Key Aspects of the Book "Panchatantra Ki Shandaar Kahaniya":
Indian Culture and Spirituality: The book highlights the enduring legacy of Indian culture and spirituality, showcasing the rich tradition of storytelling in Indian literature.
Moral and Ethical Values: The book focuses on the moral and ethical values underlying the stories of the Panchatantra, providing valuable insights into the principles of right and wrong.
Inspiring Stories: The book provides a collection of inspiring stories, showcasing the power of wisdom and compassion in overcoming life's challenges.

Mahesh Dutt Sharma is an author and spiritual writer who has written extensively on Indian philosophy and literature. "Panchatantra Ki Shandaar Kahaniya" is one of his most popular works.

Bedøm denne lydbog

Fortæl os, hvad du mener.

Sådan hører du din bog

Smartphones og tablets
Installer appen Google Play Bøger til Android og iPad/iPhone. Den synkroniserer automatisk med din konto og giver dig mulighed for at læse online eller offline, uanset hvor du er.
Bærbare og stationære computere
Du kan læse bøger, der er købt på Google Play, ved at bruge webbrowseren på din computer.

Mere af Mahesh Dutt Sharma

Lignende lydbøger

Oplæst af Mason