अवंती के अनजान रिश्ते केदार एक व्हिडीओ राधा गोरे को भेजता है जिसमें वो कबूल करता है की खून उसने ही किया है और इसके लिये किसी और को दोषी ना ठहराया जाये. इधर गोरिल्ला को लगता है की बँक फ्रॉड में विकास के साथ अवंती भी शामिल है और वो दोनो केदार को ब्लैकमेल कर रहे है. जाँच से पता चलता है की अवंती एक रहस्मयी शख्स से मिलने जाती थी. तिजारे को यकीन है की वो शख्स और कोई नही, बल्की केदार पाटिल ही है.