छत्रपति शिवाजी महाराज अप्रतिम थे। उनका पराक्रम; कूटनीति; दूरदृष्टि; साहस व प्रजा के प्रति स्नेहभाव अद्वितीय है। सैन्य-प्रबंधन; रक्षा-नीति; अर्थशास्त्र; विदेश-नीति; वित्त; प्रबंधन— सभी क्षेत्रों में उनकी अपूर्व दूरदृष्टि थी; जिस कारण वे अपने समकालीन शासकों से सदैव आगे रहे। राष्ट्रप्रेम से अनुप्राणित उनका जीवन सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है और अनुकरणीय भी। छत्रपति शिवाजी महाराज ने 'हिंदवी स्वराज' की अवधारणा दी; अपनी अतुलनीय निर्णय-क्षमता और सूझबूझ व अविजित पराक्रम के बल पर मुगल आक्रांताओं के घमंड को चूर-चूर कर दिया; अपनी लोकोपयोगी नीतियों से जनकल्याण किया। शिवाजी महाराज की तुलना सिकंदर; सीजर; हन्नीबल; आटीला आदि शासकों से की जाती है। यह पुस्तक उस अपराजेय योद्धा; कुशल संगठक; नीति-निर्धारक व योजनाकार की गौरवगाथा है; जो उनके गुणों को ग्राह्य करने के लिए प्रेरित करेगी।