Subhash Bose Ki Agyat Yatra

· Storyside IN · បរិយាយដោយ Atul Kapoor
សៀវភៅ​ជា​សំឡេង
10 វិ 36 ន
មិន​សង្ខេប
មានសិទ្ធិ
ការវាយតម្លៃ និងមតិវាយតម្លៃមិនត្រូវបានផ្ទៀងផ្ទាត់ទេ ស្វែងយល់បន្ថែម
ចង់បានគំរូ 4 នាទី មែនទេ? ស្ដាប់បាន​គ្រប់ពេល ទោះបីជាគ្មានអ៊ីនធឺណិតក៏ដោយ។ 
បន្ថែម

អំពីសៀវភៅ​ជាសំឡេងនេះ

आजादी के बाद देश में अक्सर ये माना जाता था कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का निधन विमान हादसे में नहीं हुआ है. वो जल्द अज्ञातवास से वापस स्वदेश लौटेंगे और तब देश में आमूलचूल बदलाव आएगा. ये तो चर्चाओं की बात थी लेकिन नेताजी आजादी की लड़ाई के दौरान आजाद हिंद फौज के सहयोगियों से एक खास इच्छा जाहिर करते थे, जिसके लिए वो आजादी के बाद हिमालय जाना चाहते थे. उनके एक खास सहयोगी एसए अय्यर ने इस बारे में कई बार लिखा भी. इसमें ये बताया गया है कि सुभाष उनसे अक्सर आजादी के बाद एक खास काम करने की इच्छा जाहिर करते थे. वो कहते थे कि खून से सनी दिल्ली जाने वाली सड़क पर वो अपनी क्रांतिकारी सेना का संचालन करेंगे लेकिन जैसे ही उन्हें अपने इस उद्देश्य में सफलता मिल जाएगी, तब वो अपने जीवन के असली ध्येय की ओर मुड जाएंगे. सुभाष बोस पर लिखी पत्रकार संजय श्रीवास्तव की किताब "सुभाष की अज्ञात यात्रा" में इस बारे में चर्चा की गई है. ये भी बताया गया है कि सुभाष क्यों अक्सर ये बात कहते थे. सुभाष कहते थे," देश को आजादी मिलते ही वो हिमालय चले जाएंगे, जहां वो ध्यान-भजन करेंगे. यही उनके जीवन का असली ध्येय है."

វាយតម្លៃ​សៀវភៅជាសំឡេងនេះ

ប្រាប់យើងអំពីការយល់ឃើញរបស់អ្នក។

ព័ត៌មានអំពីការស្ដាប់

ទូរសព្ទឆ្លាតវៃ និង​ថេប្លេត
ដំឡើងកម្មវិធី Google Play Books សម្រាប់ Android និង iPad/iPhone ។ វា​ធ្វើសមកាលកម្ម​ដោយស្វ័យប្រវត្តិជាមួយ​គណនី​របស់អ្នក​ និង​អនុញ្ញាតឱ្យ​អ្នកអានពេល​មានអ៊ីនធឺណិត ឬគ្មាន​អ៊ីនធឺណិត​នៅគ្រប់ទីកន្លែង។
កុំព្យូទ័រ​យួរដៃ និងកុំព្យូទ័រ
អ្នក​អាច​អាន​សៀវភៅ​​ដែល​បាន​ទិញ​​នៅ​ពេល​​​កម្សាន្ត Google ដោយ​ប្រើ​កម្មវិធី​រុករក​​បណ្ដាញ​កុំព្យូទ័រ​របស់​​អ្នក។