हरिशंकर परसाई हिंदी के सबसे बड़े व्यंग्य लेखक माने जाते हैं. उन्होंने धर्म, संस्कृति, राजनीति, कला के विभिन्न विरोधाभासों को मारक, उजले व्यंग्य और गहरी करुणा से अपने लेखन में उजागर किया. यह किताब उनके प्रसिद्ध लेखों का ऐसा संकलन है जो हमारा परिचय परसाई के श्रेष्ठ से कराता है.