यह उपन्यास उन सभी विद्यार्थियों को समर्पित है जहाँ छात्र एक साधारण जिन्दगी जीता है और तमाम अनुभवों से अंजान एक कॉलेज में एडमिशन लेता है , ऐसे ही उनके अनुभवों को साझा करने का प्रयास इन्होंने अपने उपन्यास "अनजाने क्लासमेट" के जरिए किया है, वे सभी विद्यार्थी असाधारण रूप से प्रतिभावान तो नहीं होते पर जिन्दगी को ख़ुशनुमा जीने की ख्वाहिश जरूर रखते हैं”
मैं वो नही लिखूँगा जो आपको दुनिया का सबसे महान व्यक्ति बना दें या आप महान बन जायें बल्कि यह उन 99% विद्यार्थियों की कहानी है जो अक्सर हर कॉलेज के स्टूडेंट्स के बीच मिल ही जाएगी ।
“यह किताब विद्यार्थियों के जीवन की सत्य-मार्मिक घटनाओं, बीच-बीच में रोमांस के खट्टे-मीठे अनुभवों तथा प्रेरणाओं से रूबरू कराती है”