साहेबगंज (झारखंड) में जन्में एवं पले-बढ़े, पेशा से इंजीनियर एक ऐसे व्यक्ति जो बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। साहित्य, संगीत एवं कला में इनकी समान रुचि है। प्रस्तुत उपन्यास इनकी पहली कृति है जिसमें इन्होंने पहले प्रेम की अनुभूति, एक तरफा प्रेम की विवषता, समर्पण की मधुरता, विरह की वेदना, अतृप्ति की अंतहीन बेचैनियों एवं वासनारहित प्रेम की सार्थकता जैसी मानवीय भावनाओं का सुंदर चित्रण कर लेखन में अपनी विषेष रुचि एवं असाधारण प्रतिभा का परिचय दिया है।