ANDHARATEEL KINKALI

· MEHTA PUBLISHING HOUSE
৪.০
২টি রিভিউ
ই-বুক
160
পৃষ্ঠা
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এই ই-বুকের বিষয়ে

पोलिस यंत्रणेने
बुद्धी, परिश्रम आणि आधुनिक तपासतंत्र यांच्या जोरावर गुन्हा आणि गुन्हेगार
यांचा खुबीने घेतलेल्या शोधांच्या साहसपूर्ण पोलीसकथा....

"पोलीस नेहमीच
उशिरा येतात''. असा आरोप कायम पोलिसांवर होत असतो. हा सर्वांच्याच चेष्टेचा
विषय झाला आहे. गुन्हेगाराला तपास होणार हे माहीत असतं त्यामुळे काहीही
पुरावा मागे राहणार नाही याची तो पुरेपुर काळजी घेतो; पण पोलिसांना मात्र
गुन्हा घडून गेल्यावर कित्येक काळानंतरही तो पुरावा मिळतो. हे पोलिसांचं
वैशिष्टच म्हणावं लागेल. नष्ट केलेले वा झालेले पुरावे, जनतेचे माहिती
देतानाचे असहकाराचे धोरण वा भीती, अपुऱ्या सुविधा यांतूनच मार्ग काढत,
खोलवर तपास करत पोलीस अखेर गुन्हेगारापर्यत पोहोचतातच. पोलीस यंत्रणेने
बुद्धी आणि परिश्रम यांच्या जोरावर गुन्हा व गुन्हेगार यांचा खुबीने
घेतलेल्या शोधांच्या अशाच काही साहसपूर्ण पोलीसकथा... 

রেটিং ও পর্যালোচনাগুলি

৪.০
২টি রিভিউ

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