मेरे प्यारे दोस्तों! मैं इस से पहले आपके साथ “बातें बदलाव की”, “रंग अहसास के”, “आगाज नारी का", “संवाद” और "सुबह रोज़ होगी"नामक 5 कविता संग्रह साझा कर चुकी हूँ। मेरी सभी किताबों को आप सभी का बेहद प्यार मिला और बड़े ही खुले दिल से आप सब ने मेरे विचारों का स्वागत किया। तो लीजिये, मैं एक बार फिर आज हूँ आपके साथ अपना ये 6th कविता संग्रह "मुस्कुराहटें जीवन की" साझा करने के लिए।
मैंने अपनी इस कविता संग्रह में जीवन की उन छोटी छोटी खुशियों को संजोने की कोशिश की है जो हमारे रोज़मर्रा के जीवन को रंगों से भर देती है और हम सब के चेहरे पर मुस्कुराहटों को बरकरार रखती हैं। फिर चाहे वो रेलगाड़ी में बैठकर किया सफर हो या जीवन से जुड़ा संघर्ष हो। चाहे दिवाली के जगमगाते दीपक हो या होली के रंग बिरंगे गुलाल हो। आशा है की यह कविता संग्रह भी आपको पहले की तरह पसंद आएगा।
लेखिअनमोलका जैनीका