Akshaya Gaurav: Janury - March 2019

· Akshaya Gaurav | Patrika 1. liburua · Prachi Digital Publication
4,7
3 iritzi
Liburu elektronikoa
49
orri
Balorazioak eta iritziak ez daude egiaztatuta  Lortu informazio gehiago

Liburu elektroniko honi buruz

अक्षय गौरव त्रैमासिक ई-पत्रिका है। अक्षय गौरव ई-पत्रिका का प्रकाशन पूर्णतया अव्यवसायिक एवं साहित्य को समर्पित है।


इस अंक में

1. संपादकीय

2. शाश्वत प्रश्न (कविता) - गोपेश मोहन जैसवाल

3. बसंत अभिराम (कविता) - पुष्पा मेहरा

4. बुद्ध की यशोधरा (कविता) - रेणुबाला

5. वह मासूम पगली (कविता) - अनीता लागुरी “अनु”

6. पिता के जाने के बाद (कविता) - सतीश राठी

7. आज भी (कविता) - सचिन पुरी

8. ख़ूबसूरत देखने की आदत (कविता) - ऋतु असूजा

9. जीवन गीत - प्रेमलता चसवाल ‘प्रेमपुष्प”

10. गीत : स्तुति - पुष्प राज चसवाल

11. मैं नारी हूँ (कविता) - डॉ. ललिता यादव

12. प्यार बहुत करते थे मगर हम-सफ़र न बन सके (कविता) - डॉ. ज़फर ऐरोली

13. कुंडलिया - शशि पुरवार

14. मुझे इश्क़ है (कविता) - डा० कनिका वर्मा

15. भयादोहन (कविता) - रवीन्द्र सिंह यादव

16. होली (गीत) - पुष्पा मेहरा

17. नारी (कविता) - शारदा अरोरा

18. चित्तवेदना (कविता) - कुन्दन कुमार

19. दिल की बात (कविता) - मनोज कायल

20. ज़माना बदल गया है (लेख) - साधना वैद

21. ताड़ना के अधिकारी (लेख) - विश्वमोहन

22. डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी की तीन लघु कथाएँ (लघुकथाएं)

23. अमीरी की सीमा तय किये बिना ग़रीबों का कल्याण नहीं (लेख) - राजेन्द्र वर्मा

24. हे स्पीड प्रेमी बाइकरों... राहगीरों पर रहम करो...!! - तारकेश कुमार ओझा

25. बेढंगा मेढक (कहानी) - ध्रुव सिंह ‘एकहानी)

Balorazioak eta iritziak

4,7
3 iritzi

Egileari buruz

अक्षय गौरव पत्रिका की संपादकीय टीम है। जिसमें डा. फखरे आलम खान (संरक्षक), गोपेश मोहन जैसवाल (संपादकीय सलाहकार), विश्व मोहन (प्रधान संपादक), रवींद्र सिंह यादव (संपादक), ध्रुव सिंह ‘एकलव्य’ (संयोजक) और परामर्श मंडल सदस्यो में साधना वैद, रेणु बाला, अनीता लागुरी ‘अनु’, पुरूषोत्तम कुमार सिन्हा शामिल है। जिनके मार्गदशन मे पत्रिका का संपादन एवं प्रकाशन किया जाता है।

Baloratu liburu elektroniko hau

Eman iezaguzu iritzia.

Irakurtzeko informazioa

Telefono adimendunak eta tabletak
Instalatu Android eta iPad/iPhone gailuetarako Google Play Liburuak aplikazioa. Zure kontuarekin automatikoki sinkronizatzen da, eta konexioarekin nahiz gabe irakurri ahal izango dituzu liburuak, edonon zaudela ere.
Ordenagailu eramangarriak eta mahaigainekoak
Google Play-n erositako audio-liburuak entzuteko aukera ematen du ordenagailuko web-arakatzailearen bidez.
Irakurgailu elektronikoak eta bestelako gailuak
Tinta elektronikoa duten gailuetan (adibidez, Kobo-ko irakurgailu elektronikoak) liburuak irakurtzeko, fitxategi bat deskargatu beharko duzu, eta hura gailura transferitu. Jarraitu laguntza-zentroko argibide xehatuei fitxategiak irakurgailu elektroniko bateragarrietara transferitzeko.