Bharat Bhavishya

Diamond Pocket Books Pvt Ltd
5.0
2 รีวิว
eBook
136
หน้า
คะแนนและรีวิวไม่ได้รับการตรวจสอบยืนยัน  ดูข้อมูลเพิ่มเติม

เกี่ยวกับ eBook เล่มนี้

सत्य और न्याय की स्थापना, संरक्षण और संवर्धन के लिए ही देश के संविधान ने विभिन्न संस्थाओं को नैतिक और कानूनी अधिकार दिये हैं। इन संस्थाओं के सुगम संचालन के लिए ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ लोगों को पदासीन किया गया है। संविधान का उद्देश्य अन्तिम मानव तक न्यायोचित, मानवीय अधिकारों को पहुंचाना है। लेखक अशोक कुमार पाण्डेय ने अन्याय के विरुद्ध संघर्ष किया है तथा अपने विरुद्ध होते अन्याय से अधिकारियों को अवगत कराते हुए न्याय की मांग की है, परन्तु लम्बी चलती न्याय-व्यवस्था, खर्चीली प्रक्रिया और असंवेदनशील व्यवहार ने न्याय के प्रति समाज को निराश किया है। आमरण अनशन, व्रत और आत्महत्या को बाध्य व्यक्ति यदि न्याय पाने में सफल नहीं हो सका है, तो क्या हमारी व्यवस्था लांक्षित नहीं होती है?

การให้คะแนนและรีวิว

5.0
2 รีวิว

ให้คะแนน eBook นี้

แสดงความเห็นของคุณให้เรารับรู้

ข้อมูลในการอ่าน

สมาร์ทโฟนและแท็บเล็ต
ติดตั้งแอป Google Play Books สำหรับ Android และ iPad/iPhone แอปจะซิงค์โดยอัตโนมัติกับบัญชีของคุณ และช่วยให้คุณอ่านแบบออนไลน์หรือออฟไลน์ได้ทุกที่
แล็ปท็อปและคอมพิวเตอร์
คุณฟังหนังสือเสียงที่ซื้อจาก Google Play โดยใช้เว็บเบราว์เซอร์ในคอมพิวเตอร์ได้
eReader และอุปกรณ์อื่นๆ
หากต้องการอ่านบนอุปกรณ์ e-ink เช่น Kobo eReader คุณจะต้องดาวน์โหลดและโอนไฟล์ไปยังอุปกรณ์ของคุณ โปรดทำตามวิธีการอย่างละเอียดในศูนย์ช่วยเหลือเพื่อโอนไฟล์ไปยัง eReader ที่รองรับ