CHATRAPATI SAMBHAJI : EK CHIKITSA

· MEHTA PUBLISHING HOUSE
4.4
91ଟି ସମୀକ୍ଷା
ଇବୁକ୍
156
ପୃଷ୍ଠାଗୁଡ଼ିକ
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ଏହି ଇବୁକ୍ ବିଷୟରେ

 Chhatrapati Sambhaji Maharaj the great Maratha warrior… a much controversial historical figure… Who is the initiator of this injustice…? Litterateurs? Historians? Bakharkars? Why did the dispute start on Raigad? Why did Sambhaji Raje join Dilerkhan? How true is Vasant Kanetkar’s analysis? It the ‘Godavari’ incidence true? What is Queen Soyara’s role in portraying Sambhaji’s character? Why did Sambhaji Raje punish his Ministers? Was Sambhaji Raje responsible for losing Hindvi Swaraj or was he the saviour? How did Sambhaji Raje face his death? The great senior historian of Maharashtra, Dr. Jayasingrao Pawar has analysed many such questions related to Sambhaji Raje.

छत्रपती संभाजी हा एक रंगेल, बेजबाबदार, व्रूâर राजा (युवराज) होता, असं चित्र काही ऐतिहासिक कागदपत्रांमुळे निर्माण झालं; पण त्या कागदपत्रांची शहानिशा करण्याचं काम इतिहासकारांनी केलं नाही. परिणामी, संभाजीराजांची मलीन प्रतिमा साहित्यिक, सर्वसामान्यांपर्यंत पोहोचली; पण काही मोजक्या इतिहास संशोधकांनी योग्य कागदपत्रांचा शोध घेऊन, उपलब्ध पुराव्यांची शहानिशा करून संभाजीराजांच्या व्यक्तिमत्त्वातील गुणविशेष अधोरखित करण्याचा प्रयत्न केला. संभाजीराजांची विपरीत प्रतिमा निर्माण करणारी कागदपत्रं, संशोधकांनी त्याची केलेली चिकित्सा आणि संभाजीराजांचे गुणविशेष अधोरेखित करणारी कागदपत्रं, यांचा सम्यक आढावा घेणारं पुस्तक म्हणजे...‘छत्रपती संभाजी : एक चिकित्सा.’संभाजीराजांची विपरीत प्रतिमा निर्माण करणाNया विविध ऐतिहासिक साधनांचा आढावा या पुस्तकातून घेतला गेला आहे. संभाजीराजे मोगलांना जाऊन मिळाले होते. त्याचं कारण काही ऐतिहासिक कागदपत्रांत असं सांगितलं गेलं आहे, की एका ब्राह्मणकन्येवर संभाजीराजे फिदा झाले होते. तिच्याशी त्यांचे अनैतिक संबंध होते. शिवाजी महाराजांना हे समजल्यावर ते संतापले. आता ते आपल्याला कडक शिक्षा देतील असं संभाजीराजांना वाटलं. म्हणून ते मोगलांना जाऊन मिळाले. काहींच्या मते रायगडावर हळदी-वुंâकवासाठी आलेल्या एका ब्राह्मण युवतीवर संभाजीराजांनी बलात्कार केला. त्याबद्दल शिवाजी महाराज त्यांना कडक शासन करतील या भीतीने ते मोगलांना जाऊन मिळाले.  आपली चूक उमगल्यावर ते स्वराज्यात परत आले. त्यांची आणि शिवाजी महाराजांची दिलजमाई झाली; पण संभाजीराजे मोगलांकडून परत आल्यानंतर शिवाजी महाराजांच्या आणि त्यांच्या भेटीचंही काही इतिहासकारांनी विपर्यस्त वर्णन केलं. त्यानंतर थोड्याच अवधीत शिवाजी महाराजांचा मृत्यू झाला. संभाजीराजांनी त्यांच्यावर विषप्रयोग केला, असाही एक आरोप संभाजीराजांवर केला गेलेला काही कागदपत्रांत आढळतो.

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