लेखक डॉ. प्रशांत खानवलकर विगत 20 वर्षों से वैदिक ज्योतिष के क्षेत्र मे विविध ज्योतिष ग्रंथों के अध्ययन उपरांत ज्योतिष चिंतन, ज्योतिष सूत्र, योगों की उपयोगिता ज्योतिष फलित एवं शोध के स्तर पर सक्रिय हैं । देश की अनेक ज्योतिष मासिक/पत्रिकाओ मे लेखक के विविध ज्योतिष लेख प्रकाशित हुऐ है । जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर से ज्योतिर्विज्ञान मे एम.ए. किया तथा इसी वर्ष संतान ज्योतिष विषय पर शोध पत्र पूर्ण होने के उपरांत पी.एच,डी की मानद उपाधि प्राप्त की । लेखक की वैदिक ज्योतिष फलित, लेखन, अनुसंधान कार्य के अनुभव साथ ही वास्तु शास्त्र मे भी सक्रियत बनी हुई हैं ।
लेखक का हिंदी साहित्य की विधाओ मे भी पर्याप्त दखल है लेखक ने अपने ज्योतिष और साहित्यिक रूझान और लेखन तथा अनुसंधान की सक्रियता हेतु भारतीय रेल मे उपस्टेशन प्रबंधक पद से वर्ष 2021 मार्च मे ऐच्छिक सेवानिवृत्ति ग्रहण की है ।