भारत माँ के अमर सपूत लोकमान्य बालगंगाधर तिलक एक संघर्षशील राजनेता थे। उन्होंने मृतप्राय भारतीय समाज को संघर्ष करने की प्रेरणा दी। इस संघर्ष से एक नए समाज का उदय हुआ, एक नए युग का आरंभ हुआ। स्वराज्य उनके लिए धर्म था, स्वराज्य उनके लिए जीवन था। स्वदेशी आंदोलन के लिए उन्होंने गणपति महोत्सव शुरू किया, भारतीयों को विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार के लिए तैयार किया।
तिलक अपने तेज से एक पूरे युग को नई आभा से मंडित कर गए। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता-आंदोलन को केवल प्रेरणा ही नहीं दी, वरन् संघर्ष करने की एक निश्चित योजना भी दी।
ऐसे अमर साधक, कर्मयोगी, राष्ट्ररक्षक और सत्य के प्रतिपालक लोकमान्य बालगंगाधर तिलक की विचारधारा से अपने देश की युवा पीढ़ी को परिचित कराने और प्रेरित करने का मंगलकारी संकल्प लेकर तैयार किया गया प्रस्तुत संकलन युवा पीढ़ी को समर्पित है।
Main Tilak Bol Raha Hoon by Giriraj Sharan Agrawal Explore the life and ideals of Bal Gangadhar Tilak, a prominent figure in India's independence movement, through the captivating biography Main Tilak Bol Raha Hoon by Giriraj Sharan Agrawal. Learn about his nationalism, leadership, and his contributions to the Swaraj movement. Immerse yourself in the inspiring story of a political leader who left an indelible mark on Indian history.
Main Tilak Bol Raha Hoon by Giriraj Sharan Agrawal
This thought-provoking biography delves into the life of Bal Gangadhar Tilak, an influential figure in the Indian independence movement. Agrawal skillfully narrates Tilak's journey from a fervent journalist to a prominent political leader, highlighting his commitment to Swaraj (self-rule) and his significant contributions to the struggle for independence. Through meticulous research and captivating storytelling, Agrawal brings Tilak's indomitable spirit to life.
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