Jayaprakash Narayan - Jankranti Ke Loknayak

· Rajmangal Prakashan
5,0
1 կարծիք
Էլ. գիրք
387
Էջեր
Գնահատականները և կարծիքները չեն ստուգվում  Իմանալ ավելին

Այս էլ․ գրքի մասին

'भावी समाजवादी क्रान्ति की विभूति मजदूर नहीं किसान होगा' - यह उद्घोष करने वाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण के व्यक्तित्व में संत-तुल्य शुचितामय हृदय, बाल-सुलभ ऋजुता और सरलता थी। जयप्रकाश नारायण को कोई मतवाद, कोई सम्प्रदाय, कोई संस्था या कोई संगठन अपनी सीमाओं में नहीं बाँध सका। सर्वोदय का प्रतिनिधित्व करते हुए भी उनका व्यक्तित्व वही तक परिमित नहीं रहा। नये विचारों को ग्रहण करने और पुराने विचारों की श्रृंखला तोड़ने में उन्हें कोई कठिनाई नहीं हुई,यह उनके व्यक्तित्व की विशिष्टता का प्रबल प्रमाण है।परम्परागत राजनीति से अलग लोकनीति के विकास हेतु बुनियादी कार्य करने वाले जयप्रकाश नारायण राजपथ के बदले जनपथ पर मुड़ गए।जयप्रकाश नारायण अपने विचारों को निरंतर परिमार्जित और परिवर्द्धित करते रहे। अतः महात्मा गाँधी की तरह जयप्रकाश नारायण के अंतिम विचार ही प्रमाण मानने होंगे।

Գնահատականներ և կարծիքներ

5,0
1 կարծիք

Գնահատեք էլ․ գիրքը

Կարծիք հայտնեք։

Տեղեկություններ

Սմարթֆոններ և պլանշետներ
Տեղադրեք Google Play Գրքեր հավելվածը Android-ի և iPad/iPhone-ի համար։ Այն ավտոմատ համաժամացվում է ձեր հաշվի հետ և թույլ է տալիս կարդալ առցանց և անցանց ռեժիմներում:
Նոթբուքներ և համակարգիչներ
Դուք կարող եք լսել Google Play-ից գնված աուդիոգրքերը համակարգչի դիտարկիչով:
Գրքեր կարդալու սարքեր
Գրքերը E-ink տեխնոլոգիան աջակցող սարքերով (օր․՝ Kobo էլեկտրոնային ընթերցիչով) կարդալու համար ներբեռնեք ֆայլը և այն փոխանցեք ձեր սարք։ Մանրամասն ցուցումները կարող եք գտնել Օգնության կենտրոնում։