पहाड़ों की व्यथा कथा और उनके प्रति वहां के निवासियों का प्रेम व्यक्त करती रचनाओं का दस्तावेज है "पहाड़ दर्द और सौन्दर्य " जिसमें 14 रचनाकारों की श्रेष्ठ रचनाओं का चयन किया गया है जिनमें डाॅ. प्रमोद कुमार श्रोत्रिय, डाॅ. पीताम्बर अवस्थी, लक्ष्मी आर्या, डाॅ0 आनन्दी जोशी, जयमाला देवलाल, डाॅ0 दीपक चंद्र कापड़ी, मथुरादत्त चैंसाली, मनोज कुमार नेगी ‘आनु’, हेमा थलाल, गुंजन जोशी, पवनेश ठकुराठी ‘पवन’, सूरज सिंह सार्की, डाॅ. गिरीश चन्द्र पाण्डेय ‘प्रतीक’, ललित ‘शोर्य’ शामिल हैं