Laut Aa Ae Zindagi

· BFC Publications
5,0
47 Rezensionen
E-Book
92
Seiten
Bewertungen und Rezensionen werden nicht geprüft  Weitere Informationen

Über dieses E-Book

परिवर्तन संसार का नियम तो है पर आज के दौर में सबसे अधिक बदलाव जो देखने को मिला वह प्रेम में देखने को मिला है। आज जितना परिवर्तन प्रेम के रिश्तों में हुआ, शायद ही किसी दूसरे तत्व में उतना बदलाव आया हो। आज लव जिहाद की घटनाएँ अंदर तक झकझोर देती हैं। वह राधा-कृष्ण जैसा प्रेम अब बस कहानियों में रह गया है। इसी से एक प्रेरणा मिली कि सच्चे प्रेम को उजागर करूं और साथ ही युवाओं को सही रहा पर चलने के लिए प्रेरित करूं।

अपने जीवनसाथी से जब पूर्ण समर्पित भाव से प्रेम करते हैं तो वह प्रेम पवित्रता के साथ-साथ अमिट और अमर हो जाता है। कुछ सामाजिक बुराइयों को भी दर्शाया गया है साथ ही कविताओं के माध्यम से युवाओं को अपनी मंज़िल के प्रति सतर्कता तथा अपने कर्मों के प्रति दृढ़ता बनाए रखने का संदेश भी दिया गया है।

मेरे मार्गदर्शक मेरे स्वर्गीय पिता के श्री चरणों में बारंबार नमन !

Bewertungen und Rezensionen

5,0
47 Rezensionen

Autoren-Profil

अरुण सिंह देशवाल

जन्म: 27 सितंबर, 1988

जन्म भरतपुर ज़िला (राजस्थान) के एक छोटे से गाँव 'ऐंचेरा' में हुआ। ये गाँव ब्रज क्षेत्र में अपनी प्राकृतिक व आध्यात्मिक स्थिति के लिए विख्यात है। यहाँ भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएँ प्रत्यक्षतः दृष्टिगत होती हैं। उनकी लीलाओं की झलक यहाँ स्थित कदमखंडी में कदंब के वृक्षों पर आज भी दिखाई देती है। व्यक्तित्व: अध्यात्म की गहरी समझ अपने पिता स्व. श्री मोहन सिंह जी से मिली, जिन्हें माँ दुर्गा की भक्ति व पूर्ण समर्पण के लिए जाना जाता था। अरुण देशवाल की समाज की बुराइयों तथा मानव की अज्ञानता को लेकर गहरी सोच रही है। कृतित्व: अपनी शिक्षा पूरी कर वर्तमान में भारतीय सेना में अनुदेशक के पद पर कार्यरत हैं और लेखन कार्यों में सक्रिय हैं। आप हमेशा ही 'मानव कल्याण' हेतु प्रयासरत रहे, सामाजिक व सांस्कृतिक संस्थाओं से जुड़कर समाज सेवा को अपना उद्देश्य बनाया। आपकी शृंगार रस की कविताओं में एक सच्चा प्रेम और सत्य उजागर होता है तथा समाज पर आधारित एवं युवाओं को जोश और उत्प्रेरित करने वाली कविताओें पर आपकी लेखनी आज भी जारी है।

Dieses E-Book bewerten

Deine Meinung ist gefragt!

Informationen zum Lesen

Smartphones und Tablets
Nachdem du die Google Play Bücher App für Android und iPad/iPhone installiert hast, wird diese automatisch mit deinem Konto synchronisiert, sodass du auch unterwegs online und offline lesen kannst.
Laptops und Computer
Im Webbrowser auf deinem Computer kannst du dir Hörbucher anhören, die du bei Google Play gekauft hast.
E-Reader und andere Geräte
Wenn du Bücher auf E-Ink-Geräten lesen möchtest, beispielsweise auf einem Kobo eReader, lade eine Datei herunter und übertrage sie auf dein Gerät. Eine ausführliche Anleitung zum Übertragen der Dateien auf unterstützte E-Reader findest du in der Hilfe.