ज्योतिषी नव ग्रह के माध्यम से हमारे जीवनी को स्पष्ट करने का प्रयास करते है | हम भी आपके कर्मो के माध्यम से अपने जीवन को अधिक से अधिक सुंदर करने का निरंतर प्रयास करते रहते है | सभी जानते है की हम किसी परब्रहम के असिम कृपा से यश-अपयश के मायाजाल मे सुख-दुख का अनुभव करते है | बस कुछ जीव इसे पूर्ण रूप से कुछ आंशिक रूप से तो कोई अहंभाव मे मानते-नकारते है |
मै बस एक जिज्ञासु हूँ | पढ़ना, लिखना, और चिंतन करना मेरा नित्य कर्म है | 100 से अधिक पुस्तको का प्रकाशन हुआ यह तो निखिलेश्वरानन्द्जी की कृपा है | जीवन के कुछ प्रश्नो के उत्तर ढूँढने ज्योतिष की और एक कदम बढ़ाया और सद्गुरुशिवरूपी ने यहा तक पहूँचाया |