कोई भी नशा बेहद खतरनाक है; क्योंकि यह जानलेवा होता है। नशाखोर व्यक्ति इसकी चपेट में आकर अपना स्वास्थ्य; नौकरी-व्यवसाय; घर-परिवार सबकुछ चौपट कर देता है।
कितने अचंभे की बात है कि नशाखोर अपनी मौत पैसों से खरीदते हैं। वे जान-बूझकर तिल-तिल मौत का शिकार होते रहते हैं। सिगरेट पीनेवालों को तो समझदार हरगिज नहीं कहा जा सकता। वे खुद तो सिगरेट-बीड़ी पीकर बरबाद होते हैं; साथ ही जहरीला धुआँ छोड़कर अपने आसपास रहनेवालों को भी बीमार करने में कोई कसर नहीं छोड़ते।
इस पुस्तक का यही उद्देश्य है कि लोग बीड़ी-सिगरेट; तंबाकू-गुटखे से तौबा कर लें तथा औरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। केवल पढ़कर ही न रह जाएँ कि सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है; बल्कि उस पर अमल भी करें। नशा करनेवाले यह न भूलें कि उनकी इन बुरी आदतों की लत उनके बच्चों को भी लग सकती है; इससे न केवल वे स्वयं नष्ट होंगे; बल्कि उनकी आनेवाली पीढ़ी भी इससे निजात नहीं पा सकेगी। इसलिए आज ही अपनी अदम्य इच्छाशक्ति जाग्रत् करके तय कर लें कि किसी भी प्रकार का नशा नहीं करेंगे और जीवन में खुशहाल होने के मार्ग पर वापस लौटेंगे।"Savdhan! Cigarette Pina Mana Hai" by Mahesh Dutt Sharma: This book explores the harmful effects of smoking and encourages readers to be aware of the risks associated with tobacco consumption. Mahesh Dutt Sharma provides valuable information and insights into quitting smoking.
Key Aspects of the Book "Savdhan! Cigarette Pina Mana Hai":
Health Awareness: The book raises awareness about the health hazards of smoking and the importance of quitting.
Smoking Cessation: Mahesh Dutt Sharma offers practical advice and strategies for those looking to quit smoking.
Public Health Advocacy: "Savdhan! Cigarette Pina Mana Hai" advocates for a smoke-free and healthier lifestyle.
Mahesh Dutt Sharma is a health advocate and author dedicated to promoting a smoke-free and healthy living. His book serves as a valuable resource for individuals seeking to break free from the harmful habit of smoking.