याद रखें, जैसा आप सोचते हैं, वैसे ही बन जाते हैं। स्मार्ट स्टूडेंट बनने के लिए सबसे पहले आपको अपने मन को यह विश्वास दिलाना होगा कि ‘हाँ, मैं बन सकता हूँ स्मार्ट स्टूडेंट।’ आप हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ करें, क्योंकि जैसा काम आप करेंगे, वैसा ही प्रतिफल आपको मिलेगा। जहाँ आप हैं, वहीं से शुरू करें, जो कुछ भी आपके पास है, उसका उपयोग करें; और वह करें, जो आप कर सकते हैं।
प्रस्तुत पुस्तक में स्मार्ट स्टूडेंट बनने की समूची प्रक्रिया को बड़े ही सरल शब्दों में सिलसिलेवार ढंग से समझाया गया है। साधारण स्टूडेंट भी इन क्रमिक रचनात्मक विचारों को जीवन में उतारकर निश्चित ही स्मार्ट स्टूडेंट बन सकते हैं। छात्रों के चहुँमुखी विकास को ध्यान में रखकर तैयार की गई व्यावहारिक पुस्तक, इसका अध्ययन कर आप सफलता के आकाश में चमक सकते हैं।