Mere Shabad Mere Geet: Poetry

· Uttkarsh Prakashan
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‘मेरे शब्द मेरे गीत’ के विचारों मनो-भावों से प्रफुल्लित होने वाले मेरे सभी साथियों इस पुस्तक में समायत सहज, सरल, सुबोध, सुगम शब्दों में गीत, दोहे, मुक्तक, कविताओं को रूचिकर बनाने में आप सब लोगों के स्नेह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मैं जो शब्द अपने गीतों मुक्तकों, दोहों में पिरोता रहा, हर शब्द में आपका साथ मिलता रहा। आपका यही सहयोग, स्नेह और आशीष आज ‘मेरे शब्द मेरे गीत’ के रूप में उद्वित हुआ है। जिसके लिये मैं आपके प्यार और स्नेह का प्रतिपल आभारी हूँ। इस खूबसूरत संसार में खूबसूरत विचारों का उदय ‘मेरे शब्द मेरे गीत’ है, जिसके विकास, विस्तार स्थापन की जिम्मेदारी आप समस्त प्रबुद्ध जनों के सहयोग के बिना सम्भव न थी। मुझे कदम-कदम पर आप समस्त सुविचारक सदाचारी, आदर्श जनों का साथ मिलता रहा और मैं जिम्मेदारी से गीतों की लड़ियाँ पिरोता रहा जो पुस्तक के रूप में किसी खूबसूरत हीरे के हार की तरह चमचमाता हुआ आपके गले और कण्ठ की शोभा सजाने के लिये आतुर है। मैं अदना, नादान कवि साहित्य पथ की यात्रा की मीमांशा के लिये अपने घर से निकल आया हूँ आपके अनवरत स्नेह आशीष की प्रत्याशा में। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि मुझे प्रतिपल माँ सरस्वती का साथ और कदम-कदम पर आपका स्नेह मिलता रहे जिससे ‘मेरे शब्द मेरे गीत’ और मेरे कण्ठ से निकला हुआ हर शब्द आपके कण्ठ की शोभा बढ़ाता रहेे। मैं आपसे पुनः निवेदन करता हूँ कि इस नादान साहित्य पथिक को इतना प्यार दो कि मैं आप सबके हजारों दिलों की आवाज बन सकूं, शान बन सकूं। श्री अमित कुमार सत्यार्थी, अध्यापक बेसिक शिक्षा परिषद् शेखपुर जैनपुर उ0प्र0, श्री अरविन्द कुमार अहिरवार, अध्यापक बेसिक शिक्षा परिषद छिरौरा बुजुर्ग झाँसी उ0प्र0, अविनाश मिश्रा जी अध्यापक बेसिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद उ0प्र0, सुभाष चन्द्र बोस जी अध्यापक बेसिक शिक्षा परिषद जरहौली इटावा उ0प्र0, हरिओम जी, अध्यापक बेसिक शिक्षा परिषद आगरा, पुष्पेन्द्र सिंह जी, अध्यापक बे.शि. परिषद्, हरवंश विहार, मेरठ उ0प्र0, हरेन्द्र पाल सिंह चैहान लेक्चरर गहलवार इटावा उ0प्र0, गौतम सिंह शाक्य लेक्चरर सरस्वती विहार इटावा उ0प्र0, कमलेश कुमार अहिवरन जी इंजीनियर निर्माण निगम विनपुरापुर औरैया उ0प्र0, ललित मोहन पाल खण्ड शिक्षाधिकारी आगरा उ0प्र0, सतीश कुमार जी नायब तहसीलदार विश्रामपुर गाजीपुर उ0प्र0, इन्द्रपाल जी, डाॅ. राजेश कुमार गौतम, प्रदेश महासचिव डाॅ. भीमराव अम्बेडकर मोर्चा उ.प्र., जबर सिंह जी मैनेजर दलित उत्थान शिक्षण एवं ग्राम विकास समिति अहिवरनपुरा इटावा उ0प्र0, आप समस्त प्रबुद्ध जनों को ‘मेरे शब्द मेरे गीत’ के प्रकाशन में प्रेरणा मार्गदर्शन उत्साहवर्धन आदि के अनेक रूपों में विशेष योगदान है। और ‘मेरे शब्द मेरे गीत’ के विकास विस्तार, स्थापन में भी आपका विशेष योगदान रहेगा। ‘मेरे शब्द मेरे गीत’ के शब्दों को अलंकृत करने में श्रीमती रूबी देव का भी प्रशंसनीय योगदान रहा है। -सत्यदेव सिंह आजाद

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