'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम भारत के छात्रों-युवाओं की भलाई और सफलता के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। छात्रों के साथ अपनी बातचीत के माध्यम से वह उन्हें उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने, साहस के साथ चुनौतियों पर काबू पाने और समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। यह पुस्तक 'मोदीजी की पाठशाला' 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के कुछ सबसे व्यावहारिक व प्रेरक क्षणों का संकलन है।
आशा है, यह छात्रों, शिक्षकों एवं अभिभावकों के लिए मार्गदर्शन और प्रेरणा के स्रोत के रूप में काम करेगी।
हिंदी के प्रतिष्ठित लेखक महेश दत्त शर्मा का लेखन कार्य सन् 1983 में आरंभ हुआ, जब वे हाईस्कूल में अध्ययनरत थे। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी से 1989 में हिंदी में स्नातकोत्तर। उसके बाद कुछ वर्षों तक विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के लिए संवाददाता, संपादक और प्रतिनिधि के रूप में कार्य। लिखी व संपादित दो सौ से अधिक पुस्तकें प्रकाश्य। भारत की अनेक प्रमुख हिंदी पत्र-पत्रिकाओं में तीन हजार से अधिक विविध रचनाएँ प्रकाश्य।
हिंदी लेखन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अनेक पुरस्कार प्राप्त, प्रमुख हैं- मध्य प्रदेश विधानसभा का गांधी दर्शन पुरस्कार (द्वितीय), पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी, शिलाँग (मेघालय) द्वारा डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति पुरस्कार, समग्र लेखन एवं साहित्यधर्मिता हेतु डॉ. महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान, नटराज कला संस्थान, झाँसी द्वारा लेखन के क्षेत्र में 'बुंदेलखंड युवा पुरस्कार', समाचार व फीचर सेवा, अंतर्धारा, दिल्ली द्वारा लेखक रत्न पुरस्कार इत्यादि ।
संप्रति : स्वतंत्र लेखक-पत्रकार।