गुलबर्ग, कर्नाटक के निवासी महावीराचार्य 9वीं सदी के महान् भारतीय गणितज्ञ और ज्योतिषविद् थे। वे जैन धर्मामावलंबी थे। महावीराचार्य का भूतकाल भी
अन्य प्राचीन आचार्यों के समान ही अंधकार के गर्त में निहित है। अब तक किए गए अनुसंधानों से यह ज्ञात होता है कि वे राष्ट्रकूट वंश के महान् नरेश अमोघवर्ष नृपतुंग के समकालीन थे। अतः महावीराचार्य का काल 1850 ईसवी के आसपास माना जा सकता है। उनके जन्मस्थान, माता-पिता, गुरु, शिक्षा आदि के बारे में इतिहास पूर्णतः मौन है।