उज्ज्वल भविष्य का प्रकाश-पुंज दिखाई देता है।
यहाँ तप-तपस्या जैसे शब्दों का उपयोग नहीं है।
यहाँ किसी देवात्मा का अधिष्ठान खड़ा नहीं किया गया है
यहाँ तो उसके हृदय में विवेकानंद के कथनानुसार
दरिद्रनारायणों की कामना ही झंकृत की गई है
यह सत् शक्ति का मिलन है।
मेरे नए उत्तरदायित्व के विषय में
बाह्य वातावरण में तूफान
लगभम थम गया है।
सबका आश्चर्य; प्रश्न आदि अब पूर्णता की ओर है
अब अपेक्षाओं का प्रारंभ होगा।
अपेक्षाओं की व्यापकता और तीव्रता खूब होगी
तब मेरे नवजीवन की रचना ही अभी तो शेष है।
मुझे किसी को मापना नहीं है
मुझे अपनी श्रेष्ठता सिद्ध नहीं करनी है।
मुझे तो नीर-क्षीर के विवेक को ही पाना है।
मेरी समर्पण-यात्रा के लिए यह सब जरूरी है।
इसीलिए इस शक्ति की उपासना का केंद्र
स्व का सुख नहीं बनाना है।
माँ...तू ही मुझे शक्ति दे—जिससे मैं
किसी के भी साथ अन्याय न कर बैठूँ; परंतु
मुझे अन्याय सहन करने की शक्ति प्रदान कर।
—इसी पुस्तक से श्री नरेंद्र मोदी केवल एक राजनीतिक कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि एक कविहृदय साहित्यकार भी हैं। यह ग्रंथ डायरी रूप में जगज्जननी माँ से संवाद रूप में व्यक्त उनके मनोभावों का संकलन है; जिसमें उनकी अंतर्दृष्टि; संवेदना; कर्मठता; राष्ट्रदर्शन व सामाजिक सरोकार स्पष्ट झलकते हैं।
हृदय को स्पंदित करनेवाले मर्मस्पर्शी विचारों का अनंत सोपान है यह संकलन। "SAKSHI BHAV" by Narendra Modi: "SAKSHI BHAV" authored by Narendra Modi is likely a collection of writings or speeches by the Prime Minister of India, Narendra Modi. The book may contain his thoughts, insights, and vision on various topics, including governance and public policy.
Key Aspects of the Book "SAKSHI BHAV" by Narendra Modi:
Compilation of Speeches: The book may compile speeches delivered by Narendra Modi on a range of subjects, offering readers a glimpse into his governance philosophy.
Political Vision: It likely presents Narendra Modi's vision for India's future and his ideas on key issues facing the nation.
Leadership Perspective: "SAKSHI BHAV" may provide a window into the leadership style and principles of Narendra Modi.
Narendra Modi is the Prime Minister of India and a prominent political figure. This book likely reflects his thoughts and communication with the public.