reportरेटिंग और समीक्षाओं की पुष्टि नहीं हुई है ज़्यादा जानें
इस ई-बुक के बारे में जानकारी
राजीव पराशर द्वारा लिखी गयी यह एक पुस्तक ही नहीं वरन् हिन्दुस्तानियत में रमें हुए हर भारतवासी की प्रधानमंत्री जी के नाम एक चिट्ठी है । जिसमें देश में फैली हुई अनेक अनियमित्ताओं तथा दोषों के प्रति मन और दिल में उठने वाली असहनिय वेदनाओं को देश की जनता और माननीय प्रधानमंत्री जी के समक्ष पेश किया गया है । यह पुस्तक पढ़ते समय ऐसा प्रतीत होगा कि मानो यह पुस्तक हर सच्चे भारतवासी द्वारा लिखी गयी है ।
आप अपने कंप्यूटर के वेब ब्राउज़र का उपयोग करके Google Play पर खरीदी गई ऑडियो किताबें सुन सकते हैं.
eReaders और अन्य डिवाइस
Kobo ई-रीडर जैसी ई-इंक डिवाइसों पर कुछ पढ़ने के लिए, आपको फ़ाइल डाउनलोड करके उसे अपने डिवाइस पर ट्रांसफ़र करना होगा. ई-रीडर पर काम करने वाली फ़ाइलों को ई-रीडर पर ट्रांसफ़र करने के लिए, सहायता केंद्र के निर्देशों का पालन करें.