पीटर लिंच अमेरिका के नं. 1 मनी मैनेजर रहे हैं। उनका मंत्र है: आम निवेशक अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ बन सकते हैं और वॉल स्ट्रीट के पेशेवर मैनेजरों जितनी ही सफलता से लाभकारी शेयर चुन सकते हैं, जिसमें थोड़े शोध की ज़रूरत होती है। लेखक ने पुस्तक के इस नवीन संस्करण के लिए नई प्रस्तावना लिखी है। इसमें वे इंटरनेट शेयरों के गगनचुंबी भावों पर अपना द़ृष्टिकोण बताते हैं। उन्होंने 1990 के दशक की बीस विजेता कंपनियों की सूची भी दी है। इनमें से कई कंपनियाँ हाई-टेक नहीं हैं, जिससे उनके इस विचार की पुष्टि होती है कि शौकिया निवेशक अपने रोज़मर्रा के जीवन में जिन सामान्य कंपनियों के संपर्क में आते है, उनमें निवेश करने पर उन्हें असाधारण पुरस्कार मिल सकता है। लिंच कहते हैं कि आम आदमी के लिए निवेश के अवसर हर तरफ़ मौजूद हैं। इसके लिए आपको बस अपने आस-पास की दुनिया में - शॉपिंग मॉल से लेकर ऑफ़िस या कारोबार तक - कारोबारी गतिविधियों पर ग़ौर करना है। इस तरह आप भविष्य में सफल होने वाली कंपनियों का पहले ही पता लगा सकते हैं, जिनके बारे में पेशेवर विश्लेषकों को बाद में पता चलेगा। विशेषज्ञों से आगे रहने की वजह से ही आपको अपने निवेश का ‘दस गुना’ ब़ढा कर देने वाले शेयर मिलते हैं, जो आम निवेशक के सामान्य पोर्टफ़ोलियो को बेहतरीन बना सकते हैं। पीटर लिंच फ़िडैलिटी के अरबों डॉलर के मैगलन फ़ंड के बेहद सफल मैनेजर रहे हैं। इस पुस्तक में वे उन रणनीतियों को बताते हैं, जिनकी बदौलत उन्हें इतनी नदार सफलता मिली। वे बताते हैं कि आपको किसी कंपनी के फ़ाइनैन्शियल स्टेटमेंट में सिर्फ़ चंद महत्वपूर्ण संख्याओं को देखना होता है और इतने भर से ही आप समझ सकते हैं कि कौन-सी कंपनी मज़बूत है और कौन-सी कमज़ोर। लिंच साइक्लिकल, टर्नअराउंड और फ़ास्ट-ग्रोथ कंपनियों में निवेश के ऐसे व्यावहारिक नियम भी बताते हैं, जिनसे हर निवेशक को लाभ होगा। लिंच विश्वास दिलाते हैं कि अगर आप शेयर बाज़ार के उतार-चढ़ाव को नज़रअंदाज़ कर देंगे, तो लंबे समय में (यानी पाँच से पंद्रह साल के बीच) आपका पोर्टफ़ोलियो बेहतर हो जाएगा। यह सलाह बेहद सटीक साबित हुई है और इसी वजह से यह पुस्तक नं. 1 बेस्टसेलर बन पाई है। यह क्लासिक पुस्तक आज भी पहले जितने ही महत्वपूर्ण बनी हुई है।