जताते नहीं कभी मगर उनकी ममता महान होती है।
यह एक संकलन पुस्तक है जिसका नाम ‘‘पिता का प्यार’’ है।
इस पुस्तक के संकलनकर्ता ‘‘दीपांशु पटेल’’ हैं।
इस प्यारी पुस्तक में 100 से भी अधिक सह-लेखकों ने पिता के प्यार, निस्वार्थ प्रेम और उनके कठिन परिश्रम को अपनी कलम के जरिये लिखने की कोशिश की है।
सभी सह-लेखकों के द्वारा रचित प्यारी रचनाएं इस पुस्तक में पढ़ सकते हैं। सभी रचनाएं पिता को समर्पित हैं।
सभी सह-लेखकों को दिल से आभार कि उन्होंने इस पुस्तक के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
धन्यवाद ।
इनका नाम दीपांशु पटेल है। ये मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जनपद झाँसी के रहने वाले हैं। ये नये दौर के शुरूआती लेखक हैं। ये शायरियां, कविताएं और कुछ नये मुद्दों पर लिखना काफी पसंद करते हैं। इन्होंने जनवरी 2022 से लिखना आरंभ किया है।
इनके द्वारा लिखित रचनाएं बहुत सी संकलन पुस्तकों में प्रकाशित हो चुकी हैं।
यह ‘‘पिता का प्यार’’ इनकी छठवीं संकलन पुस्तक है, जो आप सभी सह-लेखकों और JEC PUBLICATION के सहयोग से पूर्ण हुई।
दीपांशु पटेल आगे भी इसी प्रकार अग्रसर रहना चाहते हैं। इनके द्वारा लिखित लेख आप इंस्टाग्राम, योरकोट, पंक्ति और नोजोटो जैसे ऐप पर पढ़ सकते हैं। धन्यवाद ।
Instagram ID- @DeepanshuPatel_Writer