डाॅ0 कैलाश चन्द शर्मा ‘शंकी’अंग्रेज घटनाओं को लोक जीवन तक लाकर उन अफवाहों को ऐसे रूप स्वरूप में पेश कर रहे है जिससे उनका मुखौटा उजागर न हो सके। दासता के दिनों राजनीति, समाजनीति, अतीत और इतिहास को अग्रंेजों ने अपनी क्रूरता के कदमों तले रौंद कर रख दिया था। उनके बहुरूपियापन को देखा। अपने देश को दासता की जंजीरों से मुक्त करवाने को आजादी के दिवानों एवं परवानों ने भारतीयता को भारतीय संस्कृति को जिन्दा रखते हुए क्रान्तियों की अलख जगाई।