'अहान' समावेश है एक ही व्यक्ति के विचारों के दो पहलुओं का।
'अहान' का अर्थ होता है "उम्मीद" और "सुबह की पहली किरण" और यह मेरे जीवन के कुछ सत्य तो कुछ काल्पनिक घटनाओं पर आधारित है।
यह पुस्तक लिखते वक्त मैंने शब्दों को सिर्फ़ कागज़ पर उकेरा ही नहीं बल्कि महसूस भी किया। 'अहान' मेरी पहली पुस्तक है।
"अहान मेरी रचना का सृंगार, अहान मेरे चरित्र का निखार, अहान आशा है, अहान मेरी रचना की भाषा है।"