शतरंज की दुनिया में जब किसी सितारे की चर्चा होती
है, तब विश्वनाथन आनंद का नाम खुद-ब-खुद जुबाँ पर आ जाता है।
भारत में आनंद की पहचान शतरंज के क्षेत्र में क्रांति लाने वाले अग्रदूत के रूप में है। वे इस खेल में रुचि दिखाने वाले नए खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करते हैं। उनका मानना है कि भारत के लिए शतरंज में अपार संभावनाएँ हैं। उनकी प्रेरणा और उपलब्धियों की बदौलत भारत में शतरंज का भविष्य उज्ज्वल है।