है और दीपा समीर के प्यार को कबूल कर लेती है क्यों कि मन ही मन दीपा भी समीर से प्यार करती है लेकिन कहने से डरती है और एक दिन दोनों अपने प्यार को कबूल कर लेते है और उसके बाद दोनों की प्यारी सी ज़िन्दगी और भी प्यारी हो जाती है समीर और दीपा दोनों के दिल मिल चुके है और अब दोनों दो जिस्म एक जान बन चुके है समीर और दीपा दोनो एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते है लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था और और दोनों का प्यार अधूरा रह जाता है समीर ने ऐसा क्या किया कि दीपा उसकी ज़िन्दगी से दूर हो गई और समीर के लिए उसका प्यार एक नासूर बनकर रह गया जो हर दिन उसके ज़ख्म हरे कर देता है
कमल सामरिया का जन्म 25 ,10,1991 को जयपुर मै हुआ और कमल सामरिया को शुरू से ही बुक पढ़ने
का काफी शौक था धीरे धीरे कमल सामरिया का यह शौक आदत मै बदल गया और फिर फिर कमल
सामरिया को धीरे धीरे इस बात का अहसास हुआ कि वो एक बहुत है अच्छा राइटर बन सकता है इसलिए
कमल सामरिया ने राइटर बनने का फैसला किया और उसने अपने फेवरेट राइटर चेतन भगत की बुक्स
पढ़ना शुरू की और फिर कमल सामरिया ने हर दिन लिखना शुरू किया और कमल सामरिया ने अब तक
तीन हिंदी रोमांटिक बुक लिखी है जिसमे से एक यह बुक एसटीडी वाला लव है कमल सामरिया का यह
मानना है कि दुनियां मै कुछ भी नामुमकिन नहीं है बस दिल मै कुछ कर दिखाने की आग होनी चाइए
उसके बाद हर मुश्किल चीज़ आसान लगने लगती है