लालू यादव और नीतीश कुमार यानी चूना और पनीर। एक करिश्माई लेकिन दागी लोकप्रिय नेता; और दूसरा चालाक और अंतर्मुखी। दोनों को मिला दें तो आकर्षक जोड़ी बनती है। कुछ के लिए नायक; तो कुछ के लिए खलनायक; वंचितों के समर्थक; लेकिन स्वभाव से अभिमानी; युवाओं के मित्र लेकिन अधेड़ों के शत्रु। एक चौथाई शताब्दी से ये दोनों ही बिहार का भाग्य बना-बिगाड़ रहे हैं। बिहार के लिए लालू और नीतीश का मतलब क्या है? इस पुस्तक में पहली बार संकर्षण ठाकुर की इन दोनों की व्यापक रूप से प्रशंसित जीवनियों की पुनर्लिखित और नवीन तथा विस्तृत जीवनियाँ प्रस्तुत की जा रही हैं। देश के सर्वश्रेष्ठ पत्रकारों में से एक संकर्षण ठाकुर ने यह शानदार लेखन किया है। इसमें जहाँ कुछ व्यक्तिगत स्मृतियाँ शामिल हैं; तो कुछ राजनीतिक चित्रण और कुछ कठोर विचार भी हैं; जिस वजह से बिहार को समझने के लिए यह पुस्तक पढ़ना अनिवार्य हो जाता है। Bandhu Bihari by Sankarshan Thakur: This book likely presents a biographical account of Bandhu Bihari, a notable figure in Indian history or culture. Sankarshan Thakur may delve into the life, achievements, and influence of Bandhu Bihari, offering readers a deeper understanding of this individual's significance.
Key Aspects of the Book "Bandhu Bihari":
Biographical Portrait: Provides a detailed biography of Bandhu Bihari, shedding light on his life story.
Historical Significance: Explores the impact and contributions of Bandhu Bihari in the context of Indian history or culture.
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