reportरेटिंग और समीक्षाओं की पुष्टि नहीं हुई है ज़्यादा जानें
इस ई-बुक के बारे में जानकारी
मुकेश वर्मा की ये कहानियाँ जीवनानुभावों से सींच कर निकली हुई हैं। ऐसा लगता है मानो इन कहानियों के जरिये मुक्तिमार्ग की तलाश पूरी की गयी है। एक हद तक समाज की अलग-अलग विद्रूपताओं और बिडंबनाओं को अपनी कटहाओं के माध्यम से समझने का आईना है ये कहानियाँ।
आप अपने कंप्यूटर के वेब ब्राउज़र का उपयोग करके Google Play पर खरीदी गई ऑडियो किताबें सुन सकते हैं.
eReaders और अन्य डिवाइस
Kobo ई-रीडर जैसी ई-इंक डिवाइसों पर कुछ पढ़ने के लिए, आपको फ़ाइल डाउनलोड करके उसे अपने डिवाइस पर ट्रांसफ़र करना होगा. ई-रीडर पर काम करने वाली फ़ाइलों को ई-रीडर पर ट्रांसफ़र करने के लिए, सहायता केंद्र के निर्देशों का पालन करें.