यह एक दिलचस्प और रोमांचक उपन्यास है जो एक युवा पुरुष श्याम की कहानी को दर्शाता है, जो अपने भाई के कातिलों से प्रतिशोध लेने की यात्रा पर निकलता है। कहानी की शुरुआत श्याम के जीवन की सबसे कठिन घड़ी से होती है, जब उसके बड़े भाई की निर्मम हत्या कर दी जाती है। यह घटना उसकी दुनिया को पलभर में उजाड़ देती है और उसे एक अंधेरे मार्ग पर धकेल देती है।श्याम की प्रतिशोध लेने की यात्रा न केवल उसकी बाहरी दुनिया में जद्दोजहद है, बल्कि उसकी आंतरिक आत्मा की भी परीक्षा है। इस बीच, उसकी मुलाकात सौम्या से होती है, जो उसकी जिन्दगी की एक महत्वपूर्ण और बदलने वाली शख्सियत बन जाती है। सौम्या, एक साहसी और समझदार महिला, श्याम को केवल भावनात्मक सहारा नहीं देती, बल्कि उसे अपने जीवन की वास्तविकता और निष्ठा की ओर भी प्रेरित करती है।
'शांतिनगर' श्याम की प्रतिशोध लेने की कहानी को व्यक्तिगत और भावनात्मक दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है, जिसमें प्रेम, विश्वास, और संघर्ष की गहराई को दर्शाया गया है। यह उपन्यास पाठकों को श्याम के संघर्षों और उसकी व्यक्तिगत विकास की यात्रा में एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है
रहस्य, प्यार और भूलने न देने वाले पात्रों के बीच एक दुनिया में डूबिए।