‘बेंजामिन संयुक्त राज्य अमेरिका के एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति थे, जो कभी संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं थे।’
उपरोक्त वाक्य बेंजामिन फ्रैंकलिन के बारे में कहा गया है। उनके कार्य का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देशभर में उनकी सैकड़ों प्रतिमाएँ लगी हुई है। अमेरिकन डॉलर, पदकों और डाक टिकटों पर बेंजामिन के चित्र आज भी छापे जाते हैं। अमेरिका के कई सारे पुल, स्कूल, कॉलेजेस, अस्पताल और संग्रहालय बेंजामिन के नाम पर हैं। यूँ ही किसी को ऐसी ख्याति प्राप्त नहीं होती। बेंजामिन ने अपने जीवन में धन से भी अधिक लोगों की दुवाएँ और खुशियाँ प्राप्त की है।
बेंजामिन फ्रैंकलिन ने अपने द़ृढ़ संकल्प व नैतिकता के गुणों के आधार पर यह साबित कर दिया था कि मनुष्य चाहे कैसी भी अवस्था में क्यों न हो, वह मनुष्यजाति के लिए बड़े से बड़ा कार्य कर सकता है। उनकी इसी चारित्रिक विशेषता के कारण ही उन्हें ‘अमेरिका का जनक’ माना जाता है। प्रस्तुत पुस्तक में बेंजामिन फ्रैंकलिन के जीवन की कई प्रेरणादाई घटनाओं का वर्णन करने का प्रयास किया गया है। प्रिंटिंग प्रेस में कार्य करनेवाला एक लड़का, किस प्रकार खुद में गुणों का विकास करते हुए जनसाधारण के लिए निमित्त बनता है और एक दिन अमेरिका जैसे बलाढ्य देश का जनक कहलाता है। ऐसे बहुत आयामी व्यक्तित्व का जीवन चरित्र इस पुस्तक में पढ़ें और उनके कार्यों से प्रेरणा लें।