त्राटक विषय पर उपलब्ध पुस्तकों में यह पुस्तक अलग महत्त्व रखती है। सामान्य पुस्तकों से इतर इसमें त्राटक के आध्यातिक पहलू की भी विवेचना की गई है। ऐसा देखा गया है कि सामान्य जनमानस त्राटक के भौतिक लाभ से ही परिचित होता है। त्राटक के सिद्धहस्त विशेषज्ञ योगी श्री आनन्द जी ने पहली बार त्राटक के कितने ही अनछुए पहलुओं को उजागर किया है। इसमें पूर्वकाल में ऋषि, मुनियों द्वारा त्राटक का प्रयोग, त्राटक-प्रयोग के आधुनिक उदहारण, त्राटक साधना में महारत कैसे हासिल करें, त्राटक से आध्यात्मिक विकास आदि शामिल हैं। सच कहा जाए तो त्राटक के विषय में सनातन संस्कृति की दुर्लभ गोपनीय जानकारी को योगी श्री आनन्द जी ने करुणावश साधक समुदाय के लिए प्रकट कर दिया है।
Veselībai, prātam un ķermenim