मैं मनोज कुमार स्वामी राजस्थान के नागौर जिले के छोटे से गांव दुजार (लाडनूं) का रहने वाला हूं। मैंने शिक्षा के क्षेत्र में एम. ए. योग और जीवन विज्ञान से करने के बाद एम. ए. अंग्रेजी साहित्य से की है। लेखनी के प्रति रुचि होने के कारण कुछ ना कुछ लिखते रहने का शौकीन हूँ। ये अनकहे एहसासों को दर्शाती मेरी पहली पुस्तक है। ये मेरे स्वयं के एहसास है, जो मैंने महसूस किये है। इस पुस्तक को लिखने के लिए प्रेरित करने का पूरा श्रेय मेरी धर्मपत्नी मेनका स्वामी को जाता है।
Ilukirjandus ja kirjandus