VEDH PARYAVARNACHA

· MEHTA PUBLISHING HOUSE
ई-बुक
240
पेज
रेटिंग और समीक्षाओं की पुष्टि नहीं हुई है  ज़्यादा जानें

इस ई-बुक के बारे में जानकारी

पर्यावरण हा विषय एकविसाव्या शतकात फार महत्त्वाचा ठरणार आहे. मानव शेती करू लागला, तेव्हापासून पर्यावरणावर परिणाम करणारा सर्वांत महत्त्वाचा घटक असं स्वरूप त्याला हळू हळू प्राप्त होऊ लागलं. शेतीसाठी जंगलतोड, पाण्यासाठी बांध, असं करत माणूस बरीच वर्षं जगला. औद्यागिक क्रांतीनंतर मानवाची निसर्गातली ढवळाढवळ वाढीस लागली. विसाव्या शतकात तिनं फारच गंभीर स्वरूप धारण केलं. दुसऱ्या महायुद्धानंतर पर्यावरणाचं महत्त्व हळूहळू आपल्या लक्षात येऊ लागलं. १९६५ नंतर पर्यावरण संरक्षणाला महत्त्व प्राप्त झालं. पर्यावरण-प्रदुषण ह्या महत्त्वाच्या गं्रथानंतर निरंजन घाटे ह्यांच्या लेखणीतून पर्यावरणाची सांगोपांग माहिती देणारा हा महत्त्वाचा ग्रंथ उतरला आहे. पर्यावरणाच्या चाहत्यांना तो खूप उपयोगी पडेल. 

लेखक के बारे में

 

इस ई-बुक को रेटिंग दें

हमें अपनी राय बताएं.

पठन जानकारी

स्मार्टफ़ोन और टैबलेट
Android और iPad/iPhone के लिए Google Play किताबें ऐप्लिकेशन इंस्टॉल करें. यह आपके खाते के साथ अपने आप सिंक हो जाता है और आपको कहीं भी ऑनलाइन या ऑफ़लाइन पढ़ने की सुविधा देता है.
लैपटॉप और कंप्यूटर
आप अपने कंप्यूटर के वेब ब्राउज़र का उपयोग करके Google Play पर खरीदी गई ऑडियो किताबें सुन सकते हैं.
eReaders और अन्य डिवाइस
Kobo ई-रीडर जैसी ई-इंक डिवाइसों पर कुछ पढ़ने के लिए, आपको फ़ाइल डाउनलोड करके उसे अपने डिवाइस पर ट्रांसफ़र करना होगा. ई-रीडर पर काम करने वाली फ़ाइलों को ई-रीडर पर ट्रांसफ़र करने के लिए, सहायता केंद्र के निर्देशों का पालन करें.