Powari Bhasha Vishva . Navi Kranti
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१. This book is unique in all the books of poetry available in the "Powari" language. All the poems included in this book are very useful to promote the 'Powari" language . The book is full of with excellent motivational poems. This is most relevant, significant and valuable book . २. इस ग्रंथ की कविताओं में पोवारी बोली को देहाती लहजे में प्रस्तुत न करते हुए इसकी प्रकृति में सुधार कर इसे आधुनिक हिंदी के लहजे में प्रस्तुत किया गया है। ३.पोवारी बोली को भाषा के रुप में प्रस्थापित करने के लिए हमें इसी मार्ग का अनुसरण करना आवश्यक है। ४. यह ग्रंथ पोवारी भाषा के संरक्षण, संवर्धन एवं उत्थान के लिए अचूक, अमूल्य एवं अभेद्य साहित्यिक ग्रंथ है।५.यह ग्रंथ पोवारी बोली को भाषा के रुप में स्थापित करने के लिए पथ-प्रदर्शक है।
Satish Patle
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The book is high level. The poems included here are excellent, beautiful, and motivational. I appreciated the book too much. इस काव्य ग्रंथ को "वैनगंगा की आधुनिक काव्य धारा" शीर्षक देकर रचयिता ने पोवारी बोली को एक नया आयाम दिया है. उसी प्रकार पोवारी बोली को सुधारित स्वरूप में प्रस्तुत कर एवं उसमें सफलता पूर्वक नव-चैतन्य लाकर पोवारी बोली को भाषा के रूप में स्थापित करने का मार्ग आलोकित किया है. तात्पर्य, यह एक मौलिक, नाविन्यपूर्ण एवं उच्चस्तरीय ग्रंथ है.
Dr. Anjali rahangdale
This mesmerizing Powari poetry collection is a symphony of emotions, skillfully woven with the rich tapestry of words. Each verse is a masterpiece, painting vivid landscapes of tradition and emotion. A true gem that deserves every bit of its 5-star acclaim.