जन्म : मुजक्करपुर जिला (बिहार) के छपरा गाँव में । शिक्षा : बिहार विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण । डॉ. एसके. सिन्हा महिला कॉलेज, मोतिहारी (बिहार) में मनोविज्ञान के प्राध्यापक के रूप में अपना सार्वजनिक जीवन प्रारंभ किया। कृतित्व : जयप्रकाश नारायण के समग्र क्रांति आदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई । सन् ११७७ में अपने पति डॉ. रामकृपाल सिन्हा (पूर्व मंत्री, भारत सरकार) के साथ दिल्ली आकर सामाजिक-राजनीतिक कार्यों में जुट गईं। प्रकाशन :' ज्यों मेहंदी को रंग', 'नई देवयानी', 'घरवास ', ' अतिशय ' ( उपन्यास); ' साक्षात्कार', 'स्पर्श की तासीर', 'एक दीये की दीवाली' ( कहानी सग्रह); ' आईने के सामने', क ख ग' 'मानवी के नाते '(निबंध संग्रह); 'देखन में छोटे लगैं' (लघुकथा संग्रह) ' पुराण के बच्चे', 'बिहार की लोककथाएँ :भाग १, २', 'राजपथ से लोकपथ पर' (राजमाता विजयाराजे सिंधिया की आत्मकथा का संपादन)। कई भाषाओं में रचनाएँ अनूदित। कहानी 'दत्तकपिता ' पर आधारित एकफिल्म निर्मित। इसके अलावा दूरदर्शन के लिए इनकी रचनाओं पर धारावाहिक प्रसारित। संप्रति : केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष।