इस गीत संग्रह में कुल
12 गीतकार सहभागी बने हैं जिन्होंने व्हाट्सएप पर गठित ‘काव्यांजलि-सृजन की उड़ान’
साहित्यिक मंच पर गीत लेखन का अभ्यास किया है और उन्हीं गीतों को साहित्य जगत
में मूर्त रूप में साकार करने हेतु ‘चल मुसाफिर’ गीत संग्रह तैयार किया गया ।
अब मैं आप सभी सुधीजनों को इस तथ्य से भी अवगत कराना उचित समझता हूँ
जिसकी वजह से यह ‘चल मुसाफिर’ गीत संग्रह तैयार हुआ ।‘काव्यांजलि-सृजन की उड़ान’
साहित्यिक मंच की स्थापना की गई जिसका उद्देश्य था नवोदित रचनाकारों में छंद, गीत,
ग़ज़ल, कविता लेखन के प्रति रूचि जागृत करते हुए काव्य लेखन हेतु प्रेरित करना ।
और तबसे ही इस मंच के पटल पर ‘सीखने-सिखाने’ के भाव से सभी सदस्य परस्पर
सद्भाव, आदर, अपनत्व, समर्पण भाव से युक्त होकर छंद, गीत, ग़ज़ल के प्रति रुचि
रखते हुए लेखन कर रहे हैं और प्रतिदिन पटल पर एक दूसरे की सृजनधर्मिता की
समीक्षा करते हुए अभ्यास से लेखन प्रतिभा को बेहतरीन ढंग से निखारने का साहित्यिक
कार्य कर रहे हैं । अतः लेखन करने वाले इन सभी सृजनधर्मियों की रचनाधर्मिता केवल
डायरी तक सीमित न रहे बल्कि इन्हें भी देश-विदेश के साहित्य जगत में लोग जानें और
इन्हें भी एक ऊँचा साहित्यिक मुकाम हासिल हो, बस इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर
‘काव्यांजलि-सृजन की उड़ान’ के माध्यम से इस ‘चल मुसाफिर’ गीत संग्रह का संकलन
और सम्पादन किया गया है ।