Main Lajpatrai Bol Raha Hoon: Inspiring Insights: Main Lajpatrai Bol Raha Hoon by Giriraj Sharan Agrawal

· Prabhat Prakashan
5.0
2 reviews
Ebook
136
Pages
Ratings and reviews aren’t verified  Learn More

About this ebook

महान् स्वतंत्रता सेनानी, धार्मिक सद्भाव के प्रणेता, संप्रदायवाद के विरोधी तथा राष्ट्र के लिए अपने प्राणों को बलिदान कर देनेवाले क्रांतिकारी नेता लाला लाजपतराय स्वप्नदर्शी नहीं थे। उन्होंने जिन योजनाओं की रूपरेखा बनाई, उन्हें पूर्ण करने के लिए अपना जीवन अर्पित कर दिया। लालाजी शांतिपूर्ण उपायों से स्वराज्य-प्राप्ति के लिए प्रयत्नशील रहे। लेकिन उन्होंने आतंक और अत्याचार के सामने कभी सिर नहीं झुकाया।
लालाजी राष्ट्रीय विचारों के प्रणेता थे। उनके लिए पूर्ण स्वराज्य आदर्श था और धर्म भी। सामाजिक जीवन में फैली निराशा और विकृत मनोवृत्तियों को समाप्त करने के उद्देश्य से लालाजी ने आर्यसमाज का आश्रय ग्रहण किया। उन्होंने शोषण को किसी रूप में स्वीकार नहीं किया, शोषण चाहे ब्रिटिश शासन का हो अथवा सबल जाति का निर्बल के प्रति। लालाजी शिक्षा को राष्ट्रीय स्वरूप देना चाहते थे। उनके अनुसार शिक्षा का प्रथम उद्देश्य स्वतंत्रता की अनुभूति कराना होना चाहिए।
ऐसे महान् राजनीतिज्ञ, समाज-सुधारक, विचारक, स्वराज्य के उद्घोषक, आदर्शें के प्रति निष्ठावान् और सांप्रदायिक एकता के समर्थक लाला लाजपतराय की चिंतनधारा से अपने देश के भावी कर्णधारों को परिचित कराने का शुभ-संकल्प लेकर यह संकलन युवा पीढ़ी को समर्पित है।

Main Lajpatrai Bol Raha Hoon by Giriraj Sharan Agrawal pays tribute to Lala Lajpat Rai, an influential Indian freedom fighter. Discover his political activism, inspirational speeches, and his role in the Indian independence movement. Understand his contributions to Indian nationalism, patriotic values, and social reform.

Immerse yourself in the wisdom and inspiration of Lala Lajpat Rai, one of India's foremost freedom fighters, with Inspiring Insights: Main Lajpatrai Bol Raha Hoon by Giriraj Sharan Agrawal. This engaging book brings forth Lajpat Rai's transformative ideas on nationalism, social reform, and educational empowerment. Discover the enduring legacy of a visionary leader who played a crucial role in shaping India's destiny.

Lala Lajpat Rai, Indian freedom fighter, nationalist leader, Indian independence movement, political activism, inspirational speeches, Indian history, patriotic values, revolutionaries, Indian nationalism, historical figures, influential leaders, freedom struggle, political ideologies, social reform

Ratings and reviews

5.0
2 reviews
علي محمد مهد لي
March 31, 2024
تع من أن مع
Did you find this helpful?

About the author

डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल जन्म : 14 जुलाई, 1944 को संभल (मुरादाबाद) उ.प्र. में। शिक्षा : एम.ए., पी-एच.डी. (हिंदी), आगरा विश्‍वविद्यालय। प्रधान संपादक ‘शोध दिशा’ (त्रैमासिक); सचिव, हिंदी साहित्य निकेतन; पूर्व मंडलाध्यक्ष, रोटरी अंतरराष्‍ट्रीय मंडल 3100; सदस्य, भारतीय हिंदी परिषद् इलाहाबाद; सदस्य, अखिल भारतीय हिंदी प्रकाशक संघ, दिल्ली। कृतित्व : हिंदी में मौलिक एवं संपादित शताधिक पुस्तकें प्रकाशित। पुरस्कार-सम्मान : उ.प्र. युवा साहित्यकार संघ द्वारा ‘सरस्वतीश्री’; तुलसी पीठ कासगंज द्वारा ‘विद्यावारिधि’; विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ गांधीनगर द्वारा ‘विद्यासागर’; ‘बाबू झोलानाथ’ कृति पर उ.प्र. हिंदी संस्थान का अनुशंसा पुरस्कार; श्रीमती रतन शर्मा बाल साहित्य पुरस्कार; ‘मानवाधिकार : दशा और दिशा’ पुस्तक पर राष्‍ट्रीय मानवाधिकार आयोग, नई दिल्ली का प्रथम पुरस्कार; ‘राजनीति में गिरगिटवाद’ पर उ.प्र. हिंदी संस्थान का अनुशंसा पुरस्कार, ‘आओ अतीत में चलें’ पर सूर-पुरस्कार एवं ‘साहित्यभूषण’; केंद्रीय हिंदी निदेशालय का ‘शिक्षा पुरस्कार’।

Main Lajpatrai Bol Raha Hoon by Giriraj Sharan Agrawal pays tribute to Lala Lajpat Rai, an influential Indian freedom fighter. Discover his political activism, inspirational speeches, and his role in the Indian independence movement. Understand his contributions to Indian nationalism, patriotic values, and social reform.

Rate this ebook

Tell us what you think.

Reading information

Smartphones and tablets
Install the Google Play Books app for Android and iPad/iPhone. It syncs automatically with your account and allows you to read online or offline wherever you are.
Laptops and computers
You can listen to audiobooks purchased on Google Play using your computer's web browser.
eReaders and other devices
To read on e-ink devices like Kobo eReaders, you'll need to download a file and transfer it to your device. Follow the detailed Help Center instructions to transfer the files to supported eReaders.