MAI LEKARA

· MEHTA PUBLISHING HOUSE
ই-বুক
88
পৃষ্ঠা
রেটিং ও রিভিউ যাচাই করা হয়নি  আরও জানুন

এই ই-বুকের বিষয়ে

 दर्शनी स्वरूपात `मायलेकरं’ हा काव्यात्म संवाद आहे.

शिक्षण संपवून घरी परतलेल्या मुलाला पाहून आनंदलेली आई आपली स्वप्नं खरी होणार या अपेक्षेने मुलापुढे मांडते आणि शहरी संस्कारामुळे नवी नजर घेऊन आलेला मुलगा आपली स्वप्नं भिन्न असल्याचं सांगतो. उभयतांच्या स्वप्नांची परिभाषा बदलली असली तरी दोघांचं भावविश्व एकच आहे. वात्सल्यापोटी मुलाच्या साऱ्या आठवणी आईच्या उरात दाटून येतात. ती त्यांना मुक्तपणे वाट करून देते.शिक्षणामुळे अंतर्मुख झालेल्या मुलाला कुटुंबातील विदारक दैन्याची जाणीव होते. कष्टकरी समाज आणि त्यांच्या जिवावर सुखासीन झालेला प्रस्थापित वर्ग याविषयीचे आकलन मुलाला विमनस्क करते. ही परिस्थिती बदलण्याचा निर्धारही तो व्यक्त करतो. माय-लेकराचा हा संवाद केवळ व्यक्तिगत राहत नाही, तर त्यातून ग्रामीण समाजातील गांजलेल्या वर्गाची प्रातिनिधिक वेदना समोर येते.

Mai lekra’ is a poetry collection by Anand Yadav. Yadav brought literature from village in limelight . Life in the village, poverty , condition of agriculture are the platforms of Yadav Sir’s writing. His poetry also contains this features.

ই-বুকে রেটিং দিন

আপনার মতামত জানান।

পঠন তথ্য

স্মার্টফোন এবং ট্যাবলেট
Android এবং iPad/iPhone এর জন্য Google Play বই অ্যাপ ইনস্টল করুন। এটি আপনার অ্যাকাউন্টের সাথে অটোমেটিক সিঙ্ক হয় ও আপনি অনলাইন বা অফলাইন যাই থাকুন না কেন আপনাকে পড়তে দেয়।
ল্যাপটপ ও কম্পিউটার
Google Play থেকে কেনা অডিওবুক আপনি কম্পিউটারের ওয়েব ব্রাউজারে শুনতে পারেন।
eReader এবং অন্যান্য ডিভাইস
Kobo eReaders-এর মতো e-ink ডিভাইসে পড়তে, আপনাকে একটি ফাইল ডাউনলোড ও আপনার ডিভাইসে ট্রান্সফার করতে হবে। ব্যবহারকারীর উদ্দেশ্যে তৈরি সহায়তা কেন্দ্রতে দেওয়া নির্দেশাবলী অনুসরণ করে যেসব eReader-এ ফাইল পড়া যাবে সেখানে ট্রান্সফার করুন।