" सपनों और हकीकत की कश्ती में सवार एक किशोर लड़का अपने जीवन के महासागर को पार करने की चाहत में दर-दर भटकता है। कभी अपने आप को किसी महफूज़ जगह पाता है तो कभी अपने आप को डूबता हुआ महसूस करता है। उसी क्रम में उस लड़के को एक माही नाम की लड़की से एकतरफा प्यार हो जाता है। वह प्यार के महासागर में इस कदर डूब जाता है कि वह खुद को ही भूल जाता है। अंततः वह लड़की भी उससे प्यार करने लगती है और कुछ ही महीनों बाद उससे प्रेम-विवाह कर लेती है। इससे पहले कि वह लड़का अपने वैवाहिक जीवन को समझ पाता वह लड़की इस कदर उसपर कहर बरपाती है कि वह लड़का काँच की तरह टूट-टूट कर बिखर जाता है। "