Moments

· sarvad publication
E-boek
61
Bladsye
Graderings en resensies word nie geverifieer nie. Kom meer te wete

Meer oor hierdie e-boek

शायरियों का दर्द हर कोई समझा,

काश कोई शायर को भी समझता तो बात होती !!



—--

उसके एक मैसेज का मुझपे कुछ यूँ असर होता है 

रेगिस्तान सा तपता दिल मेरा पल में कश्मीर होता है ।


—--

वक़्त का तक़ाज़ा इतना भी बुरा नही था 

उन्हें रास आ रही थी बे-वफ़ायी की ठंडक ,

हम कब तक वफ़ा की आग जलाए रखते !!



—--

किसी ने कहा; 'बेवजह, बेख़ौफ़ सी होती है मोहब्बत .....


                                      फिर एक ख़्वाब सा टूटा;


तो पता चला, बेवफ़ा, बेहया भी होती है मोहब्बत....


—--

सुना है मरने के बाद साथ कुछ नहीं जाता ; 

अब आवाज़ मत दो हमसे सुना भी नहीं जाता-

 ये इश्क़ ना जाने कैसी बीमारी है ;

 कुछ कहा भी नहीं जाता और रहा भी नहीं जाता-





—--

तमाम कसीदें पढ़ती रही;उनकी तस्वीरों के सहारे ...

फिर एक दिन यूँ हुआ ;

के वो आकर गले मिल गए…


——

जब तुम होठों पर मुस्कान और 

बालों को संवारते हुए मुझसे मिलते हो,

 शास्त्रों में उसे ही वध करना कहा गया है …


—--

तुम ना


बिल्कुल जलेबी सी हो, 

उलझी हुई, पर मीठी सी हो ........


——

वक्त हमारे साथ, हसी करने लगे; 

लब्ज़ कागज़ पर उतर कर, दिल्लगी करने लगे.....

 जो कामयाब हैं, उन्हें मंजिल मिली 

जिनका दिल टुट गया इश्क़ मे 

वो आशिक़ शायरी करने लगे.....



Meer oor die skrywer

हर्षिता सिंह , जो इस संकलन की संकलनकर्ता है , विश्व के सबसे पुराने शहर काशी (बनारस ) से हैं । इनकी उम्र  १८. वर्ष है और ये नए दौर की नई लेखिका है , इन्हें ना केवल लेखन में रुचि है बल्कि इन्होंने कला के क्षेत्र में भी कई उपलब्धियां प्राप्त की है । यह २० संकलनों में सहलेखक है और अपनी एकल किताब (सोलो बुक) लिखने की तैयारी में हैं ।

इनका मानना है की लेखन के माध्यम से लोगों के दिलों को छुआ जा सकता है ।

आप इनसे इंस्टाग्राम पर भी जुड़ सकते हैं @labz_e_dil



Gradeer hierdie e-boek

Sê vir ons wat jy dink.

Lees inligting

Slimfone en tablette
Installeer die Google Play Boeke-app vir Android en iPad/iPhone. Dit sinkroniseer outomaties met jou rekening en maak dit vir jou moontlik om aanlyn of vanlyn te lees waar jy ook al is.
Skootrekenaars en rekenaars
Jy kan jou rekenaar se webblaaier gebruik om na oudioboeke wat jy op Google Play gekoop het, te luister.
E-lesers en ander toestelle
Om op e-inktoestelle soos Kobo-e-lesers te lees, moet jy ’n lêer aflaai en dit na jou toestel toe oordra. Volg die gedetailleerde hulpsentrumaanwysings om die lêers na ondersteunde e-lesers toe oor te dra.